chatur lomdi ki kahani ( चतुर लोमड़ी की कहानी )

chatur lomdi ki kahani ( चतुर लोमड़ी की कहानी ) प्रस्तावना –

आज के युग में आपको सावधान रहना पड़ेगा । आप को समस्या के आने के पहले परिस्थिति को भापना सीखना होगा ।

अगर आपने समस्या को भांपना नही सीखा तो आप पर मुसीबतों का पहाड़ टूट सकता है ।

आज हर दूसरा व्यक्ति प्रतिशोध की भावना में जल रहा है।

आपको जीवन को खुशहाल जीने के लिए आपको योद्धा नही, बल्कि योजना से कार्य करना होगा ।

Chatur Lomdi ki kahani ( चतुर लोमड़ी शेर की कहानी )

chatur lomdi ki kahan

एक जंगल में एक शेर रहा करता था।

वह अपने भोजन के शिकार में पूरे जंगल में भ्रमण करता है उसे कोई शिकार नहीं दिखाई देता है।

जंगल में भ्रमण करते करते वह थक जाता है ।

जब उसकी उम्मीद टूटने लगती है, उसी समय उसे एक बड़ी गुफा दिखती है ।

वह गुफा देखकर समझ जाता है की, ” यह chatur lomdi का निवान स्थान है।

मैं गुफा के अंदर चुप जाता हु ।

जैसे chatur lomdi अंदर आएगी उसी समय उसे झपट कर उसे खा लूंगा।

शेर सावधान विचार करता है ” लोमड़ी जरूर आएंगी।”

chatur lomdi जब गुफा के अंदर जा रही होती है ।

उसे कदमों के निशान दिखाई देते है,” जो सीधे उसके गुफा के अंदर जा रहे होते है।”

लोमड़ी चतुर थी । वह एक योजना बनाती है ।

वह मधुर स्वर में कहती है, “आज मेरे स्वागत के लिए गुफा से आवाज नही आ रही है । “

गुफा महाराज, ” मेरा स्वागत कीजिए। आप स्वागत करोगे तो मैं अवश्य गुफा के अंदर आऊंगी।

गुफा महाराज, ” मैं आपके स्वागत का इंतजार कर रही हु।”

शेर विचार करता है, ” शायद । गुफा आज डर के कारण बोल नही रही रही है । “

इसलिए मैं ही बोल देता हु ! आ जाओ अंदर। आपके स्वागत के लिए हम तैयार है ।

चतुर लोमड़ी ( chatur lomdi ) आवाज सुनते ही उसका शक विश्वास में बदल जाता है ।

वह तुरंत ही वहा चतुराई से भाग जाती है।

इस प्रकार चतुराई से लोमड़ी अपने स्वयं का बचाव करती है ।

chatur lomdi ki kahani ( चतुर लोमड़ी की कहानी ) कहानी से सिख –

युक्ति कपट चल के युग में आपको सावधानी से निर्णय लेने होंगे।

निर्णय लेने के पहले समझदारी से बुद्धि का भरपूर प्रयोग कीजिए ।

आशा करता हु , चतुर लोमड़ी शेर की कहानी सेआपको शिक्षा प्राप्त हुई होगी ।

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