Thirsty crow story in hindi
Thirsty crow story in hindi
परिचय :
Thirsty crow story in hindi में हमें एक प्यासे कौए की मेहनत और निरंतरता से अपनी प्यास को बुझाने का सफर दिखाया गया है। वह कैसे समस्याओं का सामना करते हुए नए और उत्कृष्ट उपायों की खोज करता है और आखिरकार सफलता हासिल करता है।
एक बार की बात है, गर्मी के दिन थे। एक प्यासा Thirsty crow उड़ता रह रहकर थक गया। उसकी आंखों में एकमात्र ख्वाब था – पानी पीने का। वह जंगल में इधर-उधर उड़ता रहा, परंतु कहीं भी पानी की कुछ सूचना नहीं मिली।
उसकी प्यास लगातार बढ़ रही थी और उसे आखिरकार एक वृक्ष की ओर उड़ते हुए जाना पड़ा।
Thirsty crow थका हारा बैठ गया, पर वृक्ष की ऊँचाई से वह पानी नहीं पहुंच सकता था। वह बहुत ही चिंतित हो गया और सोचने लगा। तभी उसकी नजर निकटवर्ती घड़े पर पड़ी।
Thirsty crow story in hindi ( class 3 thirsty crow story in hindi )
उसने तेजी से घड़े की ओर उड़ते हुए देखा और वह जानकर आश्चर्य हुआ कि घड़े में थोड़ा सा पानी था।
परंतु पानी की सतत बहाव वजह से उसकी चोंच पानी तक पहुंचने में असमर्थ थी।
Thirsty crow अब और भी चिंतित हो गया, लेकिन फिर भी हार नहीं माना।
उसने विचार किया कि कैसे वह पानी तक पहुंच सकता है। तभी उसके मन में एक आविष्कार हुआ। उसने निकटवर्ती पत्थरों को उठाने का आलंब दिया।
धीरे-धीरे, पत्थरों को अपनी चोंच से उठाकर वह उन्हें घड़े में डालता गया। प्रत्येक पत्थर डालने पर, घड़े का पानी थोड़ी-बहुत ऊपर आ जाता।
Thirsty crow ने धीरे-धीरे ऐसा करते हुए पानी को ऊपर उठाया और अपनी प्यास बुझाई। वह अपनी मेहनत और निरंतरता से सफलता प्राप्त कर गया।
कहानी से हमें यह सिख मिलती है कि कभी भी असंभावित लगने वाली परिस्थितियों में भी हार नहीं माननी चाहिए।
मेहनत, निरंतरता, और नए दिशानिर्देशों की तलाश से हम समस्याओं का समाधान निकाल सकते हैं।
यह कहानी हमें यह भी दिखाती है कि समस्याओं के समाधान के लिए सही दिशा में सोचना और आविष्कार करना महत्वपूर्ण है।
Thirsty crow story in hindi से सिख ( what is the moral of thirsty crow) :
इस कहानी का संदेश है कि मनुष्य की मेहनत और संघर्ष कभी भी व्यर्थ नहीं जाते, बल्कि उनसे हमें नए रास्ते मिल सकते हैं, और हम समस्याओं के समाधान के लिए सोचने का तरीका सीख सकते हैं।
10 लाइनों में Thirsty crow कहानी |
- एक प्यासा कौआ पानी की खोज में भटक रहा था।
- उड़ते-उड़ते वह एक घर की छत पर पहुंचा।
- वहां एक मिट्टी का मटका रखा हुआ था।
- Thirsty crow ने मटके में झांक कर देखा, उसमें पानी दिखाई पड़ा।
- परंतु पानी इतना नीचे था कि उसकी चोंचें वहां नहीं पहुंच सकती थी।
- Thirsty crow ने युक्ति लागू की और अपनी चोंच में कंकड़ लेकर मटके में डालने लगा।
- कुछ समय तक की मेहनत के बाद मटका कंकड़ से भर गया।
- कंकड़ से भरते ही मटके का पानी ऊपर उठकर आ गया।
- Thirsty crow ने पानी पिया और अपनी प्यास बुझाई।
- सिख – धैर्य और बुद्धि से हर समस्या का समाधान संभव हो सकता है।
Thirsty crow story in 200 words
एक बार की बात है, गर्मी के दिन थे। एक प्यासा कौआ उड़ता रहकर थक गया। उसकी आंखों में एकमात्र ख्वाब था – पानी पीने का। वह जंगल में इधर-उधर उड़ता रहा, परंतु कहीं भी पानी की कुछ सूचना नहीं मिली।
उसकी प्यास लगातार बढ़ रही थी और उसे आखिरकार एक वृक्ष की ओर उड़ना पड़ा।
Thirsty crow थका हारा बैठ गया, पर वृक्ष की ऊँचाई से वह पानी नहीं पहुंच सकता था। वह बहुत ही चिंतित हो गया और सोचने लगा। तभी उसकी नजर निकटवर्ती घड़े पर पड़ी। उसने तेजी से घड़े की ओर उड़ते हुए देखा और वह जानकर आश्चर्य हुआ कि घड़े में थोड़ा सा पानी था। परंतु पानी की सतत बहाव वजह से उसकी चोंच पानी तक पहुंचने में असमर्थ थी।
Thirsty crow अब और भी चिंतित हो गया, लेकिन फिर भी हार नहीं माना। उसने विचार किया कि कैसे वह पानी तक पहुंच सकता है।
तभी उसके मन में एक आविष्कार हुआ। उसने निकटवर्ती पत्थरों को उठाने का आलंब दिया। धीरे-धीरे, पत्थरों को अपनी चोंच से उठाते हुए वह उन्हें घड़े में डालता गया। प्रत्येक पत्थर डालने पर, घड़े का पानी थोड़ी-बहुत ऊपर आ जाता।
Thirsty crow ने धीरे-धीरे ऐसा करते हुए पानी को ऊपर उठाया और अपनी प्यास बुझाई। वह अपनी मेहनत और निरंतरता से सफलता प्राप्त कर गया।
Thirsty crow story in 200 words से हमें यह सिख मिलती है :
कभी भी असंभावित लगने वाली परिस्थितियों में भी हार नहीं माननी चाहिए। मेहनत, निरंतरता, और नए दिशानिर्देशों की तलाश से हम समस्याओं का समाधान निकाल सकते हैं।
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