छोटे बच्चों की मजेदार कहानी – सपना
छोटे बच्चों की मजेदार कहानी ( प्रस्तावना )–
– इंसान का मन चंचल है । इंसान के दिमाग में अनगिनत विचार चलते रहते है ।
– आपको विचार में स्थिरता लानी बहुत ही आवश्यक है । मन का विचार में भटकना आपके लिए नुकसानदायक सभी हो सकता है ।
चलो शुरू करते है पंचतंत्र कहानी सबसे मजेदार कहानी,
पढ़े : छोटे बच्चों की मजेदार कहानी (लालच पर छोटी कहानी)
एक समय की बात है एक गांव में एक ब्राह्मण रहा करता था । वह हमेशा सपनो को दुनिया में खोया रहता था।
उसे भिक्षा में जो भी प्राप्त होता वह अपने पास ठेले में रख लेता था ।
एक दिन उसे बहुत सारे सत्तू भिक्षा में प्राप्त होते है ।
वह बहुत सारे सत्तू ठेले में डालकर घर के और प्रस्थान करता है।
जब संध्याकाल हो जाता है तो वह खाट पर लेटकर अपने विचारो में डूब जाता है ।
वह सोचता है,
पूरे गांव में अकाल पड़ जायेगा । गांव वाले के पास भोजन सामग्री समाप्त हो जायेगी।
गांव वाले मुझे ढूंढते हुए आएंगे और मेरे सत्तू को मुंह बोली किम्मत चुका कर जायेंगे ।
उस धन से भैंस खरीदुगा। वह भैस बहुत दुध देगी । उससे बहुत धन जमा करुंगा।
फिर एक घोड़ा और गाय भी खरीद लूंगा । वह अपने विचारो में पूरी तरह खो गया था।
वह सोचने लगा में सभी जानवरों ( घोड़ा और गाय ) को बेचकर सारा धन इकठ्ठा करूंगा।
जब मेरे पास इतना सारा धन आजाएगा तो कोई बड़े राज घराने की सुंदर कन्या के विवाह का प्रस्ताव मेरे समक्ष आयेगा।
मेरा विवाह संपन्न हो जायेगा । मेरा एक प्यारा से पुत्र होगा । उसका नाम रखूंगा सत्तू राम।
सत्तू राम को में बहुत लाड प्यार से रखूंगा । जब सत्तू मस्ती करेगा तो सत्तू की मम्मी सत्तू को फटकारेगी ।
जैसे सत्तू रोएगा मैं सत्तू का पक्ष लूंगा और धीरे से सत्तू के मम्मी को लात मारुगा।
जैसे ही वह ब्राह्मण लात मारने के लिए पैर उठता है तो वह पर उठकर उस मटके पर पड़ते है !
मटका तुरंत नीचे गिरकर टूट जाता है । जैसे ही मटके के टूटने की आवाज आती है ।
ब्राह्मण की नींद टूट जाती है और उसका सपना मटके के तरह चकनाचुर हो जाता है।
छोटे बच्चों की मजेदार कहानी से सिख –
– वर्तमान पर ध्यान केंद्रित कीजिए । भूतकाल और भविष्य काल के विचारो में समय की बरबादी नही करे।
– पूरे दिन विचार में डूबे रहना अच्छे आदत नही है।
आशा करता हु, छोटे बच्चों की मजेदार कहानी पढ़ने के बाद आज से हम विचार कम और कार्य अधिक करेंगे ।