सच्ची मित्रता पर छोटी कहानी

परिचय:

सच्ची मित्रता पर छोटी कहानी को पता चलेगा कि मित्र की परिभाषा क्या है? जीवन में अगर सच्चा मित्र कैसा होना चाहिए रोजाना है तो यह कहानी को जरूर पढ़िए

 चलो शुरू करते हैं,

दो मित्र बड़े जंगल में जा रहे थे। उनकी नजर एक भालू पर पड़ी। भालू उनकी ओर आने लगा, और पहला मित्र तुरंत ही भागने लगा। वह बच्चों की कहानियों की तरह डर गया।

लेकिन दूसरे मित्र को समझ नहीं आ रहा था कि वह कैसे प्रतिक्रिया दें। तब उसने याद किया कि उसकी विद्यालय में सुनी थी एक कहानी जिसमें भालू का चरित्र था। उस कहानी में कहा गया था कि भालू मृत्युशील व्यक्ति का कभी शिकार नहीं करता।

उसने अपनी सांसों को बंद करके झुक गया और यही तरीका भालू के सामने आया। भालू उसके पास आया, सूंघ कर उसकी तरफ बढ़ गया और फिर चला गया।

सच्ची मित्रता पर छोटी कहानी

सच्ची मित्रता पर छोटी कहानी

दूसरे मित्र को यह याद आया कि भालू मृत्युशील व्यक्ति के शिकार नहीं करते। उसने अपनी सांसें रोककर झुक गया और उसके पास लेट गया। भालू आकर उसकी ओर बढ़ा और फिर चला गया।

थोड़ी देर बाद, पहला मित्र दूसरे मित्र से पूछता है, “भालू ने कान में क्या कहा?

पहले मित्र जवाब देता है कि भालू ने कहा, “जो मित्र मुश्किल की स्थिति में छोड़कर जा जाता है, वह सच्चा मित्र नहीं होता!” यह कहानी हमें यह सिखाती है कि एक सच्चा मित्र हमेशा हमारे साथ होता है, चाहे जीवन की किसी भी मुश्किल परिस्थिति में।

सच्ची मित्रता पर छोटी कहानी से सिख

 सीख: सच्चा मित्र होता है जो दुख में आगे आता है और सुख में पीछे होता है.  आज का जमाना तो उल्टा ही दुख में सब पीछे जाते हो सुख में तो भाई हमेशा आगे रहते हैं

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मित्रता और विश्वासघात

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