शिक्षाप्रद मजेदार कहानियां 2023
बच्चों की शिक्षाप्रद मजेदार कहानियां
1. शिक्षाप्रद मजेदार कहानियां – सहायता
परीचय :
भगवत गीता मैं लिखा है की किया हुआ व्यर्थ नहीं जाता है। इसलिए निश्वार्थ भाव से अच्छा कर्म करे उसका फल अवश्य
मिलता है.
इस नैतिक कहानी से पता चलेगा की सहायता मनुष्य का सबसे बड़ा गुण है।
चलो शुरू करते है, शिक्षाप्रद मजेदार छोटी कहानियां,
गर्मी का दिन था, और एक चींटी पानी की तलाश कर रही थी। कुछ देर घूमने के बाद, वह एक झरने के पास पहुंची। झरने तक पहुँचने के लिए, उसे घास के एक टिनके पर चढ़ना पड़ा।
उसके बाद, वह पानी पीने के लिए ऊपर की ओर जाने लगी, लेकिन उसके दौरान वह फिसल गई और पानी में गिर गई।
पास के ही एक पेड़ पर कबूतर बैठा था, और उसने डूबती हुई चींटी को देख लिया था। जब कबूतर ने देखा कि चींटी मुसीबत में है, तो वह झट से एक पत्ता तोड़ लिया और जूझती हुई चींटी के पास पानी में गिरा दिया।
चींटी पत्ते की ओर बढ़ी और उसपर चढ़ गई। उसके बाद, चींटी पत्ते के सहारे सुखी जमीन पर आ गई।
ठीक उसी समय, पास में एक शिकारी था, जो उसी कबूतर को फंसाने के लिए अपना जाल उसकी ओर फेंक रहा था। उसी समय चींटी ने तेजी से शिकारी के पैर पर काट लिया। दर्द के कारण, शिकारी ने अपना जाल नीचे गिरा दिया और कबूतर तुरंत वहां से उड़ गया।
शिक्षाप्रद मजेदार छोटी कहानियां से सिख :
जरूरतमंद की साहयता करना मानव धर्म और साथ ही साथ प्रभु कर्म भी है
02. प्राचीन शिक्षाप्रद कहानियां– चालक भेड़िया
परीचय :
बुरा कर्म करने वालो के साथ एक न एक दिन ही बुरा होता है.
एक बार की बात है, एक भूरे बालों वाला पतला भेड़िया रहता था।
चलो शुरू करते है ,पंचतंत्र की शिक्षाप्रद कहानियां
वह भेड़िया भेड़ों को खाना चाहता था, लेकिन चरवाहों की निगरानी के कारण उसे भरपेट भोजन नहीं मिल रहा था। चरवाहे बहुत सतर्क रहते थे और भेड़िये को कभी अपने भेड़ों पर आक्रमण का मौका नहीं देते थे।
सौभाग्य से, एक रात उस भेड़िया को एक भेड़ की खाल मिली जिसे किसी ने वहीं फेंकर भूल गया था। भेड़ की खाल को देखकर भेड़िया को एक तरकीब सुझी।
अगले दिन भेड़ की खाल पहने हुए भेड़िया भेड़ों के साथ झुंड में चला गया।
चरवाहा खेत में बैठा था। भेड़ की खाल पहने भेड़िये ने भेड़ों के झुंड का पीछा किया, लेकिन उन्हें कोई नुकसान नहीं पहुँचाया।
भेड़िया आसानी से भेड़ों के बीच घुलमिल गया। कुछ दिनों बाद चरवाहे ने देखा कि उसके भेड़ों की झुण्ड में कुछ ही भेड़ें बची हैं और कई भेड़ गायब हैं, लेकिन एक भेड़ मोटी हो गई है, और वही भेड़िया था।
जब चरवाहा ने ठीक से मोटी भेड को देखा तो भेड़ की खाल के नीचे भेड़िये को पाया। चरवाहा समझ गया की मेरे सभी भेड़ को यह भेड़िया ही मारके खा गया है, उसने चाकू लिया और भेड़िये को मार डाला।
बच्चों की शिक्षाप्रद कहानियां से शिक्षा :
दुष्ट व्यक्ति अक्सर अपने ही छल से खुद भी फस जाता है।
जीवन में अपने सुख के लिए किसी को तकलीफ देना का विचार करना विकर्म है
03. बच्चों की शिक्षाप्रद मजेदार कहानियां– असंतोष
परिचय :
संतोष में धन है यह बात सुनी होगी पर आज माननी पड़ेगी की यह बात सत प्रतिशत सत्य है.
चलो शुरू करते है, पंचतंत्र की शिक्षाप्रद कहानियां
एक गर्मी का दिन था, शेर बहुत भूखा था और वह खाने की तलाश में अपनी गुफा से बाहर निकला। यहाँ-वहाँ देखने के बाद उसने एक छोटे से खरगोश को देखा और सोचा कि इतने छोटे खरगोश से उसका पेट नहीं भरेगा, इसलिए वह किसी बड़े जानवर की तलाश में वहाँ से आगे बढ़ गया।
फिर उसे एक हिरण दिखाई दिया, शेर को देखते ही हिरण भागने लगा, लेकिन शेर हिरण को दौड़कर नहीं पकड़ सकता था क्योंकि बहुत दिनों से कुछ खाया नहीं था, जिससे शेर कमजोर हो गया था।
फिर शेर ने सोचा कि हिरण नहीं मिला तो कोई बात नहीं, फिर से जाकर उसी खरगोश को खा लेता हूँ। लेकिन जैसे ही शेर उस जगह गया जहाँ उसने खरगोश को देखा था, वहाँ अब खरगोश भी नहीं था, जिसके कारण शेर को फिर से बहुत दिनों तक भूखा रहना पड़ा।
बच्चों की शिक्षाप्रद मजेदार कहानियां से शिक्षा :
असंतोष व्यक्ति हमेशा दुखी रहता है।
04. शिक्षाप्रद मजेदार कहानियां – चतुराई
परीचय :
सहायता करना अच्छी बात है लेकिन बुध्दि से मदत करे क्योकि आज का समय धोखा धड़ी वाला है।
चलो शुरू करते है ,पंचतंत्र की शिक्षाप्रद कहानियां
एक बार की बात है, एक लोमड़ी अँधेरे में घूम रहा था। दुर्भाग्य से वह एक कुएं में गिर गया। उसने बाहर आने की पूरी कोशिश की, लेकिन सब व्यर्थ था। इसलिए, उसके पास अगली सुबह तक किसी का इंतजार करने के अलावा कोई चारा नहीं था।
अगले दिन उसी रास्ते से एक बकरी आई। वह कुएँ में झांकी और वहाँ लोमड़ी को देखी। बकरी ने पूछा, “क्या तुम लोमड़ी हो? तुम वहाँ नीचे अकेले क्या कर रहे हो?” मूर्ख लोमड़ी ने उत्तर दिया, “मैं यहाँ पानी पीने आया हूँ।
मैंने कहीं से सुना कि इस कुएं में सबसे अच्छा पानी है, सबसे मीठा स्वाद है।”
बकरी कुछ देर बिना सोचे-समझे कुएँ में कूद गई और अपनी प्यास बुझा ली। उसने फिर कुएँ से बाहर निकलने की कोशिश की, लेकिन लोमड़ी की तरह उसने भी खुद को लाचार और फंसा हुआ पाया।
फिर लोमड़ी ने कहा, “मेरे पास एक शानदार तरकीब है। तुम अपने पिछले पैरों पर खड़ी हो जाओ, मैं तुम्हारे सिर पर चढ़कर निकल जाऊंगा। बदले में मैं भी तुम्हें इस कुएं से बाहर निकलने में मदद करूंगा।
बकरी बहुत मासूम थी और लोमड़ी की बनाई हुई चतुराई पर विश्वास कर ली, और लोमड़ी ने उसे कुएँ से बाहर निकालने में मदद करने के लिए जैसा कहा था, वैसा ही किया और बकरी अब कुएँ में फस गयी।
जाते-जाते लोमड़ी ने कहा, “अगर तुम समझदार होती तो बाहर निकलने का रास्ता देखे बिना कभी अंदर नहीं आती,” यह कहकर लोमड़ी बकरी की मूर्खता पर हँसते हुए अपने रास्ते चली गई।
शिक्षाप्रद मजेदार कहानि से निष्कर्ष :
नजर हटी और दुर्घटना घटी इसलिए बुद्धि से जीवन जीना सीखो.
05. शिक्षाप्रद मजेदार कहानियां – आनंद
यह छोटी सी नैतिक कहानी एक ऐसे बूढ़े आदमी की है जो हर किसी से परेशान और चिढ़ते रहते हैं। लेकिन एक दिन, जब वह 80 साल के हो गए, तो हर बार मुस्कुराते हुए खुश रहने लगे।
चलो शुरू करते है ,शिक्षाप्रद मजेदार छोटी कहानियां,
तब गांव वालों ने उनसे पूछा कि “पहले तो आप चिढ़ते रहते थे और अब आप खुश रहते हैं, इसके पीछे का क्या राज है?” तो उन्होंने सुंदर जवाब दिया, “कई सालों से मैं खुशी की पीछे भाग रहा था, और जो समय मुझे कुछ करने को मिला था, उसे मैं अपने ख़ुशी को पाने के चक्कर में खो रहा था।
आनद में रहना यह स्वभाव है। अपने असली स्वरुप को पहचान लिया है इसलिए मैं हमेशा खुश रहुगा।
शिक्षाप्रद मजेदार छोटी कहानियां से निष्कर्ष :
इस छोटी सी नैतिक कहानी ने एक बड़ी सीख दी कि “हमें कभी भी खुशियों के पीछे नहीं भागना चाहिए, बल्कि जो हो रहा है उसका आनंद लेना चाहिए”।
06. शिक्षाप्रद मजेदार कहानियां – बुद्धिमान व्यक्ति
परीचय :
जीवन में पुरे दिन हताशा और निराशा भूलकर जीवन को खुशहाल बनाओ।
चलो शुरू करते है, शिक्षाप्रद मजेदार कहानि 2023,
एक बुद्धिमान व्यक्ति था, जिसके पास हर बार अपने समस्या का समाधान ढूंढ़ने के लिए ऐसे लोग आते थे जिनके पास कोई समस्या होती थी।
कुछ दिनों से कई लोग अपनी पुरानी शिकायत के साथ बार-बार उस व्यक्ति के पास आते थे और अपनी समस्या के बारे में बताते थे।
एक दिन उस बुद्धिमान व्यक्ति ने एक चुटकुला सुनाया, जिससे सभी लोग हँस पड़े, फिर उसने वही चुटकुला दोबारा सुनाया, फिर कुछ लोग हँसे, लेकिन जब उसने तीसरी बार वही चुटकुला सुनाया तो कोई नहीं हँसा।
तब उस बुद्धिमान व्यक्ति ने कहा कि “जब तुम एक ही चुटकुला पर बार-बार नहीं हंस सकते, तो एक ही समस्या पर बार-बार क्यों रोते हो।”
शिक्षाप्रद मजेदार कहानि से शिक्षा :
जीवन में एक ही बात पर निराश होना नहीं चाहिए।
07.शिक्षाप्रद कहानियां हिंदी में – असली गरीब
परीचय :
जीवन जीने की लिए नजरिया चाहिए।
चलो शुरू करते है, शिक्षाप्रद मजेदार कहानि
एक धनी पिता अपने बेटे को एक देश की यात्रा पर ले गए ताकि वह अपने बेटे को दिखा सकें कि गरीब लोग कैसे रहते हैं और वह अपने धन पर गर्व कर सकें।
उन्होंने कुछ दिन और रातें एक गरीब किसान के खेतों पर बिताई, और यात्रा से लौटते समय, पिता ने अपने बेटे से पूछा, “यात्रा कैसी रही?” बेटे ने कहा, “यात्रा बहुत अच्छी थी, पिताजी।”
पिता ने पूछा, “क्या आपने देखा कि लोग कितने गरीब हो सकते हैं?” बेटे ने कहा, “हाँ,” फिर पिता ने पूछा, “तो आपने यात्रा से क्या सीखा?”
बेटे ने उत्तर दिया, “मैंने देखा कि हमारे पास एक कुत्ता है और उनके पास चार कुत्ते हैं। हमारे पास एक पूल है जो हमारे बगीचे के बीच तक पहुँचता है और उनके पास एक नाला है जिसका कोई अंत नहीं है।
हमने अपने बगीचे में लालटेन लगा दी है और उनके पास रात को तारे हैं। हमारा आँगन सामने वाले यार्ड तक फैलता है और उनके पास जमीन की खेती के लिए बड़ी जगह है। हम अपना खाना खरीदते हैं, लेकिन वे अपना खाना उगाते हैं। हमारी रक्षा के लिए हमारी संपत्ति के चारों ओर दीवारें हैं; उनकी रक्षा के लिए उनके मित्र हैं।”
इसके बाद, पिता चौंक गए। फिर उसके बेटे ने कहा, “धन्यवाद पापा हमें यह दिखाने के लिए कि हम कितने गरीब हैं।”
शिक्षाप्रद मजेदार कहानि से शिक्षा :
जीवन में हमेशा अपना नजरिया अच्छा रखो क्योकि आपकी खुशी और दुःख आपके विचार पर निर्भर करती है.
बच्चों की कहानियाँ उनके विकास में कई तरह के फायदेमंद हो सकती हैं। यहां कुछ FAQ (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न) और उनके उत्तर दिए गए हैं:
Q.शिक्षाप्रद मजेदार कहानियां का उपयोग क्यों किया जाता है?
Answer : बच्चों की कहानियाँ उनकी भाषा कौशल, सोचने की क्षमता, और नैतिक मूल्यों के विकास में मदद करती हैं। वे मनोरंजन के साथ-साथ ज्ञान और सिखने का माध्यम भी होती हैं।
Q.कैसे कहानियाँ बच्चों की शिक्षा में मदद कर सकती हैं?
Ans:कहानियाँ बच्चों को नये और रोचक विचार प्रस्तुत करके उनकी जिज्ञासा और सोचने की क्षमता को बढ़ावा देती हैं। वे नैतिक मूल्यों का संदेश भी प्रदान कर सकती हैं।
Q.कैसे कहानियाँ भाषा कौशल को बढ़ावा देती हैं?
Ans.शिक्षाप्रद मजेदार कहानियां नई शब्द सीखने, वाक्य गुणवत्ता को बढ़ाने, और सुनने और समझने की क्षमता को बढ़ावा देती हैं। बच्चे कहानी सुनकर वाक्य गति और उच्चारण में सुधार कर सकते हैं।
Q.कितनी उम्र के बच्चों को कहानियाँ पढ़नी चाहिए?
Ans.कहानियों को बच्चों की उम्र और समझ के हिसाब से चयन करना चाहिए। छोटे बच्चों के लिए छोटी कहानियाँ और बड़े बच्चों के लिए अधिक संवाद और प्लॉट वाली कहानियाँ उपयोगी हो सकती हैं।
Q.क्या शिक्षाप्रद मजेदार कहानियांबच्चों की मानसिक स्वास्थ्य को सुधारती हैं?
Ans.हाँ, कहानियाँ बच्चों की मानसिक स्वास्थ्य को सुधारने में मदद कर सकती हैं। वे मनोबल बढ़ाने, समस्याओं का समाधान ढूंढ़ने, और स्वार्थ परिपक्वता को बढ़ावा देने में मदद करती हैं।
Q.कैसे कहानियाँ नैतिक मूल्यों को सिखाती हैं?
Ans.शिक्षाप्रद मजेदार कहानियांअच्छे और बुरे कार्यों के परिणाम को दिखाकर नैतिक मूल्यों का संदेश पहुँचाती हैं। उनमें कर्मठता, सहानुभूति, और सच्चाई की महत्वपूर्ण मिसालें होती हैं।
Q.क्या सभी कहानियाँ शिक्षाप्रद होती हैं?
Ans.नहीं, कुछ कहानियाँ सिर्फ मनोरंजन के लिए होती हैं। हालांकि बच्चों को मनोरंजन की आवश्यकता है,और शिक्षाप्रद कहानियाँ उपयोगी होती हैं, जो उन्हें नैतिक मूल्यों, विज्ञान, इतिहास, और सामाजिक बातचीत के प्रति जागरूक करती हैं।
Qक्या बच्चों की शिक्षाप्रद कहानियां का पढ़ना उनके विचारों को विकसित करता है?
Ans.हाँ, शिक्षाप्रद कहानियां का पढ़ना बच्चों की सोचने की क्षमता को विकसित करता है। वे कहानी के किरदारों के साथ जुड़कर उनके विचारों को साझा करने और प्राथमिक रूप से समझने का मौका प्राप्त करते हैं।
इन FAQ के माध्यम से हम समझ सकते हैं कि बच्चों की कहानियाँ उनके विकास में मददगार हो सकती हैं, प्राथमिकता देने वाली होती हैं, और उन्हें नैतिक मूल्यों के साथ-साथ ज्ञान और मनोरंजन का भी अनुभव प्रदान करती हैं।
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