शिक्षाप्रद प्रेरक प्रसंग 2021- अंधकारमय जीवन

1) शिक्षाप्रद प्रेरक प्रसंग 2021- अंधकारमय जीवन ( सेवा प्रेरक प्रसंग )

एक अँधा व्यक्ति रोज सुबह सड़क के किनारे खड़े होकर भीख माँगा करता था।

जो भी पैसे मिल जाते उस पैसो से अपना दिन व्यतीत करता था।

एक दिन प्रसिद्ध धनवान व्यक्ती की नजर उसपर पड़ती है तो दया के भाव से उसे सो रुपए की नोट देता है।

शिक्षाप्रद प्रेरक प्रसंग 2021

वह अंधा व्यक्ति जब उस नोट को हाथो से मसलता है तो सोचता है की किसीने मजाक किया है यह तो कागज़ का टुकड़ा है, इसलिए वह उसे बीच सड़क पर फेंक देता है।

एक भला राहगीर उसे कहता है की यह असली सो रुपए की नोट है। आप इसे अपने पास सुरक्षित रखे।

वह अंधा भिक्षुक सोच में पड़ जाता है, आज चिल्लर के जग़ह सौ की नोट मिली है।

इसलिए बड़े खुशी के भाव से उस नोट को अपने पास रखता है।

निष्कर्ष :

शिक्षाप्रद प्रेरक प्रसंग 2021 (shikshaprad prerak kahani ) से सिख मिलती है की, आज मनुष्य अपना जीवन अंधकार में ही जीता है।

आज भगवान सबके पास है पर समय किसी के पास नही।

जब अंतिम क्षण आता है तब उसे जीवन के मूल्य और गलतियों का अहसास होता है तब तक समय हाथ से निकल चुका होता है।

2) शिक्षाप्रद प्रेरक प्रसंग 2021 – झूठ की सजा

एक बार एक आदमी अपने पालतू बंदर के साथ समझे जहाज में यात्रा कर रहा था !

तूफान आ जाने के कारण जहाज पलटने लगा सभी लोगों के साथ साथ में बंदर भी पानी में कूद गया !

डॉल्फिन ने बंदर को मनुष्य समझकर बचा लिया डॉल्फिन उसे अपनी पीठ पर बिठाकर किनारे को ले जा रही थी !

ग्रीस देश की सीमा पार करते डॉल्फिन ने बंदर से पूछा,”क्या तुम एथेंस के रहने वाले हो ?”

बंदर ने झूठ बोल दिया, ” हा !”

डॉल्फिन ने फिर पूछा,” क्या तुम्हें पिराकस पता है ?”

बंदर को लगा की यह कोई व्यक्ति का नाम है, इसलिए बोला ,”वह मेरा अच्छा मित्र है” !

डॉल्फिन को पता था की वह व्यक्ति का नाम नही है जबकि बंदरगाह है !
डॉल्फिन को झूठ से सक्त नफरत थी ! उसे बहुत गुस्सा आया और
उसने पानी में डुबकी लगाई और बंदर पानी में डूबकर मर गया !

निष्कर्ष :

झूठ से केवल क्षणिक लाभ हो सकता है; उससे प्राय: भारी नुकसान होता है !

अन्य पढ़े –

पढ़े – 50+ प्रेरक कहानियाँ

You may also like...

1 Response

  1. Nisha says:

    Very nice

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *