प्रेरणादायक प्रेरक प्रसंग इन हिंदी – एकाग्र मन (Prernadayak Prasang in Hindi)
प्रेरणादायक प्रेरक प्रसंग इन हिंदी Prernadayak Prasang in Hindi
आज हर दूसरा इंसान अपने मन को एकाग्र करना चाहता ! अगर उसका मन एकाग्र नहीं हो तो वह वह अपने कार्य को न्याय नहीं दे पायेगा !
एक महिला रोज नियमित रूप से मंदिर जाती थी ! वह एक दिन अचानक महिला ने पुजारी से कहा की कल से मैं मंदिर नही आऊंगी !
पुजारी आश्चर्य में पड़ गया और कहा की माताजी आप ऐसे क्यो बोल रहे हो ? आप हो जो वर्षो से नियमित रूप से मंदिर आते हो ! आपके मन में ऐसा विचार कैसा आया ?
महिला ने कहा की, मेरा मन नहीं लगता मंदिर में अब पहले जैसा ! आजकल मंदिर का वातावरण पहले जैसा नहीं रहा !
जैसे –
- सभी लोग घंटो तक बैठकर गपशप करते है !
- लोग यहां फोन पर व्यापार की बाते करते है !
- यहां आते जाते लोग महिलाओं को देखते रहते है
- मंदिर वातावरण और बाहर कर वातारण में कोई फर्क नहीं है !
पढ़े – छोटा सा प्रेणादायक प्रसंग – धैर्य
पुजारी इस महिला की बातो से पुरे तरह सहमत होता है और वह महिला को कहता है की माताजी आप एक लोटे में जल लीजिए और २ बार परिक्रमा लगाए !
ध्यान रखिए की एक बूंद भी नीचे नही गिरे !
महिला पुजारी के कहने पर एक महिला ने वैसे ही किया ! उस महिला ने अहसास किया की जब उसका ध्यान परिक्रमा पर था तब उसके आसपास के आवाजे नही सुनाई दे रही थी !
महिला ने निर्णय किया की वह रोज मंदिर आयेगी और उसका ध्यान बाहर के वातावरण में नही बल्कि पूजा पर होगा !
निष्कर्ष :
प्रेरणादायक प्रेरक प्रसंग इन हिंदी Prernadayak Prasang in Hindi से सिख मिलती है की इस जीवन मै दो तरह को लोग है एक खास इंसान और आम इंसान !
खास इंसान की विशेषता है की वह अपना हर कार्य एकाग्र से करता है ! वह यह सोचता है की मुझे क्या करना है ना को लोग क्या कर रहे है !
आम इंसान का चित्त एकाग्र नहीं रहता ! वह अपने काम से ज्यादा दूसरों के काम पर ध्यान देता है ! वह यह सोचता है की दूसरे क्या कर रहे है ना की मुझे क्या करना है !
आप के उपर निर्भर करता है की आपको आम इंसान बनना है या खास इंसान !