प्रेरणादायक हिंदी कहानियां – जहरीली विचारधारा
प्रेरणादायक हिंदी कहानियां
आज हम एक प्रेरक प्रसंग आपके समक्ष रखने वाले हैं ! जिससे आपकी जिंदगी बदल सकती है !
तो चलो बढ़ते हैं,प्रेरणादायक हिंदी कहानि की ओर, एक समय की बात है, शैतान गढ़ नामक गांव में श्यामलाल नाम का बहुत ही भयानक डाकू रहता था !
- वह गांव वासियों पर बहुत ही अत्याचार करता था !
- उसने गांव वासियों का जीना हराम कर रखा था !
- वह इतना बलशाली था की किसी की हिम्मत नही होती उससे लड़ने की !
पूरे गांव वालो के दिमाग में एक बात बैठ गई की इसे मारना तो दूर, नजर उठाकर देखने का भी साहस भी नही कर सकते ! एक दिन अचानक सुबह-सुबह सभी गांव वासियों को खबर मिलती है की, श्यामलाल की मृत्यु हो गई !
सभी गांव के लोग श्यामलाल के शव को देखते हैं तो आश्चर्यचकित हो जाते हैं कि यह कैसे हो सकता है ? गांव में वेध को बुलाया जाता है तब पता चलता है कि, श्यामलाल की मृत्यु सांप के काटने से हुई है !
श्याम लाल के पूरे शरीर में सांप का जहर फैल गया है और उसी के कारण उसका निधन हुआ ! उसी समय वहां एक बुजुर्ग ज्योतिष आता है और दावा करता है की , श्यामलाल की मृत्यु सांप के काटने से नहीं हुई है !
वह ज्योतिष कहता है की, मैं कल रात को श्यामलाल के साथ था और मेरी आंखों के सामने श्यामलाल की मृत्यु हुई है तो मैं इस बात को दावे से कह सकता हूं कि उसे सांप ने नहीं काटा है !
प्रेरक प्रसंग
तब सभी लोग उसे कहते हैं कि , ज्योतिष जी आप हमें सच बताइए श्यामलाल की मृत्यु कैसे हुई ?
ज्योतिष कहता है कि, एक महीने पहले श्यामलाल मेरे पास आया था क्योकि उसे जानना था की वह कितने साल तक जीवित रहेगा ! तब मैंने मजाक में उसे कहा था कि, एक महीने बाद बराबर रात के 12:00 बजे एक जहरीला सांप तुम्हें काटेगा और तुम्हारी मृत्यु हो जाएगी!
एक महीने के बाद रात 12:00 बजे आप अपने आप को उस जहरीले सांप से बचा लिया तो आप मृत्यु पर विजय पा लोगे !
करीबन महीने भर वह बेचैन रहा वह हर दिन सांप के बारे में सोचने लगा ! हर पल हर क्षण उस जहरीले सांप के बारे में ही विचार करता था कि मैं उससे कैसे बच सकता हु ? उस दिन कहां छुप सकता हूं, जहां सांप मेरे आस-पास भी नही मंडराए !
और कल रात को जब घड़ी निकट आ गई तो श्याम लाल ने मुझे उसके रक्षा के लिए उसके पास ही रहने का निवेदन किया !
प्रेरणादायक हिंदी कहानियां
और जब 12:00 बजने के लिए 1 मिनट ही बाकी था तो श्यामलाल की धड़कन तेज होने लगी ! उसने अपने आपको कपड़े से लपेट कर खुद को पूरे तरह से छुपा लिया ! उसका एक सेकंड मानो 1 घंटे की तरह जा रहा था ! जैसे ही रात के १२ बजे तो मैंने एक नुकीली सुई उसे छूबा दी !
उस समय श्याम लाल जोर से चीख उठा जैसे सच में उसे सांप ने काट लिया हो और वह इसी डर के कारण उसका निधन हुआ !
निष्कर्ष :
यह प्रेरणादायक हिंदी कहानि से हमें क्या सीख मिलती है कि, इंसान जिस तरह का विचार रखता है, उसके शरीर की प्रतिक्रिया भी उसी हिसाब से होती है !
आज के समय के बात करे तो, कोई भी व्यक्ति आत्महत्या करना नहीं चाहता ! हर सेकंड में कोई न कोई आत्महत्या का शिकार होता है !
आज हमें पता है कि हर समस्या का समाधान है ! पर जो व्यक्ति आत्महत्या करता है ! वह अपने दिमाग में एक गलत बात को बिठा देता है कि, आत्महत्या ही एकमात्र समाधान है !
वो पूरे दिन कही महीनों तक इसी बात का चिंतन करता है ! अंत में वह नकारात्मक विचारों के पूरे तरह बंधनो में आकर गलत कदम उठा लेते हैं ! हमे इस बात का ध्यान रखना है कि, हमारी विचारधारा सकारात्मक रखें तो अवश्य ही हमारी प्रतिक्रिया सही दिशा में होगी !
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