चतुर खरगोश की कहानी – अँधा भरोसा

चतुर खरगोश की कहानी

परिचय :

यह कहानी चतुर खरगोश की कहानी पर आधारित है। खरगोश की योजना और बुद्धिमता का उदहारण है।आज का समय चल और कपट का युग है। आखे बंध करके भरोसा नहीं करना चाहिए. जीवन एक बार मिला है बड़े सावधानी से जिए।

चलो शुरु करते है, चतुर खरगोश की कहानी

एक जंगल में एक झील थी, जिसे खुनी झील के नाम से प्रसिद्ध था। इस झील में शाम के बाद कोई भी पानी पीने जाता तो वह फिर वापस नहीं आता था। एक दिन, चुन्नू हिरण ने उस जंगल में आकर बसने का निर्णय लिया।

उसकी पहली मुलाकात जंगल के निवासियों में जग्गू बंदर से हुई, जिसने उसे जंगल के बारे में सारी जानकारी दी, लेकिन उसने खुनी झील के बारे में जानकारी छोड़ दी। दूसरे दिन, जग्गू बंदर ने चुन्नू हिरण को जंगल के सभी पशुओं से मिलवाया।

जंगल में चुन्नू हिरण का सबसे अच्छा दोस्त चीकू खरगोश बन गया, जिसके साथ वह जब भी प्यासा होता, वह खुनी झील की ओर बढ़ता था, दिन या शाम, क्योंकि उसका यकीन था कि खुनी झील केवल शाम के बाद ही खतरनाक होती है।

चतुर खरगोश की कहानी

एक दिन, एक शाम, जब वह खुनी झील में पानी पीने गया, उसने वहां एक तेजी से आते हुए मगरमच्छ को देख लिया। इस पर वह दौड़कर जंगल की ओर भागने लगा। उसके रास्ते में उसने जग्गू बंदर से मिलकर उसकी तेजी से भागने की वजह पूछी। चुन्नू हिरण ने उसकी पूरी कहानी सुनाई। तब जग्गू बंदर ने बताया कि खुनी झील एक खतरनाक स्थान है, जहां जानवर शाम के बाद जाते हैं वो वापस नहीं आते।

चतुर खरगोश की कहानी

तब जब चुन्नू हिरण ने पूछा कि मगरमच्छ खुनी झील में क्या कर रहा है, तो पता चला कि उसने कई जानवरों को खाया है जो शाम के बाद उस झील में पानी पीने जाते हैं।

अगले दिन, जग्गू बंदर ने सभी जानवरों को साथ लेकर खुनी झील की ओर बढ़ाया। देखकर मगरमच्छ डरकर छिप गया, लेकिन उसकी पीठ अभी भी पानी से बाहर थी। सभी जानवर ने मगरमच्छ को पहचान लिया, लेकिन मगरमच्छ ने चुप्पके से बताया कि वह एक पत्थर है।

खरगोश ने समझाया कि पत्थर नहीं बोलते, और सबको यकीन करने के लिए मगरमच्छ से कहा कि वह खुद बताए कि वह क्या है। तब मगरमच्छ ने खुदबताया कि वह खतरनाक मगरमच्छ है, जो शाम के बाद जानवरों को खाता है।

चीकू खरगोश ने मगरमच्छ को उस झील से भगाने की योजना बनाई और सब ने मिलकर मगरमच्छ को उस स्थान से भगाया, जिससे वे सभी खुश और आशीर्वादित रह सके।

चतुर खरगोश की कहानी से सिख –

चतुर खरगोश की कहानी से सिख मिली है की सोच समझकर निर्णय लीजिये. फ़साने वाले लाखो है, इसलिए एक कृति के पहले अच्छे से विचार कीजिये. कभी किसी पर भरोसा नहीं करे

खरगोश के से सम्बंदित कहानी पढ़े –

You may also like...

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *