प्रेरणादायक ज्ञान की कहानी – साहस

प्रस्तावना : प्रेरणादायक ज्ञान की कहानी

जीवन में खुशी से जीना है तो निश्चित किये गए कार्य को पूरा करो. जो व्यक्ति निर्धारित कार्य को पूरा करता है वह हमेशा उत्साह से जीवन जीता है. इस प्रेरणादायक ज्ञान की कहानी से पता चलेगा की हार में भी जीत है।

राज  एक रनर था, उसका सपना था कि वह ओलंपिक में जाए। वह हर मैराथन में भाग लेता था, लेकिन आज तक किसी भी मैराथन को पूरा नहीं कर पाया था, और उसे इस बात पर बहुत खेद था।

प्रेरणादायक ज्ञान की कहानी

वह खुद में हार का आलम था, लेकिन उसने अब तक हारने का नाम नहीं लिया था, वह हर कोशिश में जुट रहा था। हर साल, राज  मैराथन में भाग लेता था, लेकिन वह उसे पूरा नहीं कर पाता था।

हर साल की भांति, इस साल मैराथन होने में सिर्फ 2 महीने बचे थे। राज  ने रोज़ कसरत और दौड़ना शुरू किया और उसने खुद से वादा किया कि इस बार मैं मैराथन जरूर पूरा करूंगा।

इस फैसले के बाद, उसने कड़ी मेहनत की और रोज़ कुछ ज़्यादा कुछ ज़्यादा अपनी क्षमता को बढ़ाने लगा। महीनों की मेहनत थी, और वो दिन आ गया जिसका राज  को बेसब्री से इंतजार था। हाँ दोस्तों, आप सही सोच रहे हैं, मैराथन। राज  मैदान पहुंचा और हर बार की भांति, इस बार भी निराश होने लगा, लेकिन अंदर से एक आवाज़ आई, “मैं कर सकता हूँ। आसान है।”

बाकी सभी रनर्स के साथ, राज  ने भी दौड़ना शुरू किया, लेकिन कुछ दूर तक दौड़ने के बाद, उसके पैरों में दर्द होने लगा और उसे लगा कि इस बार भी वह पूरा नहीं कर पाएगा।

लेकिन खुद को उसने काबू किया और बोला, “राज , अगर दौड़ नहीं पा रहे हो तो धीरे-धीरे चलो। लेकिन आगे बढ़ो।” राज  ने जॉगिंग करना शुरू किया, मतलब पहले की तुलना में वह थोड़ा धीमा हो गया।

कुछ आगे बढ़ने के बाद, उसके पैरों की नसें भी खींचने लगीं। राज  को अब मैराथन पूरा करना नामुमकिन – सा लग रहा था, लेकिन अंदर से एक आवाज़ आई, “जोगिंग नहीं कर पा रहे हो तो चलते हुए रेस पूरा कर लो। चलते रहो, रुको मत, मैराथन जरूर पूरा करना है।” और फिर वह चलने लगा।

तभी अचानक वह लड़खड़ा कर ज़मीन पर गिर पड़ा। ज़मीन पर गिरने के बाद, उसके मन में ख़्याल आया कि इस बार भी मैराथन पूरा नहीं कर पाया। तभी मोहित के अंदर से आवाज़ आई, उठ , और पार् कर ” राज लड़खड़ाते हुए आगे बढ़ा और फिनिश लाइन को किसी तरह पार कर लिया। और जिस ख़ुशी और संतोष को उसने महसूस किया, वो इससे पहले कभी नहीं की थी।

प्रेरणादायक ज्ञान की कहानी से सिख मिलती है की कामयाब व्यक्ति हार कर भी जीत जाता है क्योकि वह अपना १००% देता है।

प्रेरणादायक ज्ञान की कहानी नकारात्मक सोच

प्रस्तावना : प्रेरणादायक ज्ञान की कहानी

जीवन में अच्छे दोस्तों को अपनाना है तो बुरे दोस्तों को छोड़ना जरुरी है। उसी प्रकार इसी प्रेरणादायक ज्ञान की कहानी से पता चलेगा की जीवन में नकरात्मकत विचार को हटाकर सकारत्मक विचार को जीवन में कैसे अपनाते है।

यह कहानी एक घमंडी व्यक्ति की है, जिसके पास उसके अपने ज्ञान पर गर्व था और वह अपने गुरु के पास शास्त्रार्थ करने गया।

गुरुजी ने पूछा, “मुझे ऐसा ज्ञान दीजिये जो किसी को नहीं मिला

प्रेरणादायक ज्ञान की कहानी

यह सुनकर, गुरुजी ने दो खाली कपों और चाय की केतली मांगी। पहले अपने कप में चाय डाली और फिर उस व्यक्ति के कप में चाय डालने लगी।
यह देखकर वह व्यक्ति बोला, “अरे, गुरुजी! कप भर गया और चाय बाहर गिर रही है।” गुरुजी ने कहा, “जिस प्रकार इस भरे कप में चाय डालने से बाहर गिर रही है, वह कप अब और चाय नहीं ले सकता।”

ठीक इसी तरह, आप भी अगर जीवन में कुछ सीखना चाहते हैं, तो अपने दिमाग को खाली करके आइए, और अहंकार और नकारात्मक ऊर्जा को छोड़कर दिमाग को खाली कीजिए, ताकि आप संसार की छोटी- छोटी चीजों से ज्ञान प्राप्त कर सकें।

प्रेरणादायक ज्ञान की कहानी से सिख मिलती है की जीवन में जो व्यक्ति नकरात्मक का शिकार ही वह सकरात्मकता जीवन नहीं जी सकता है. नकारात्मकता का जीवन से निकलना ही ही सकरात्मक जीवन की पहली सीढ़ी है

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