छोटी कहानी इन हिंदी – आत्मविश्वाश

परिचय :

जीवन  में आत्मविश्वाश होना बहुत जरुरी है. आत्मविश्वाश वाला व्यक्ति हमेशा सफल होता है

इस कहानी से पता चलेगा बिना आत्मविश्वाश के कुछ हासिल नहीं होता

चलो शुरू करते है, छोटी कहानी इन हिंदी

छोटी कहानी इन हिंदी

एक बार की बात है, भगवान बुद्ध के शिष्य आनंद ने उनसे पूछा, “भगवान, आप प्रवचन देते समय सुनने वाले नीचे बैठते हैं और आप ऊँचे आसन पर बैठते हैं, ऐसा क्यों?”

भगवान बुद्ध ने उत्तर दिया, “यह बताओ, क्या पानी ऊपर से झरने पर पीना चाहिए या नीचे जाकर? तो आनंद ने उत्तर दिया, “पानी को नीचे जाकर पीना चाहिए, क्योंकि झरने का पानी नीचे गिरता है और हमें नीचे जाकर पीना पड़ता है।”

भगवान बुद्ध ने उसकी बात को सुनकर कहा, “ऐसे ही, जब हम किसी के शिक्षाओं को सुनते हैं, तो हमें उनके उच्चतम विचारों और दर्शनों को पाने के लिए ऊंचे स्थान पर बैठकर सुनना चाहिए।”

भगवान बुद्ध ने आगे कहा, “जैसे ही हमें समर्पण करने की आवश्यकता होती है, हमें खुद को नीचे लाने की क्षमता होनी चाहिए। हमें अपने आत्मविश्वास को ऊंचे स्थान पर रखना चाहिए जब हम किसी को देने के लिए तैयार होते हैं।” भगवान बुद्ध ने अवगत किया कि यदि हम समर्पण और विश्वास के साथ किसी की शिक्षा को अपनाते हैं, तो हम स्वयं को एक ज्ञान के सागर में बदल सकते हैं।

उन्होंने इस सिखाने के लिए इतिहास के उदाहरण का भी उल्लेख किया कि समर्पण और विश्वास के साथ कुछ पाने वाला हमेशा फायदे में होता है, जबकि आत्मविश्वास के बिना पाने की इच्छा रखने वाला हमेशा खाली हाथ रहता है।

छोटी कहानी इन हिंदी से सिख :

छोटी कहानी इन हिंदी – शेर और चूहे की कहानी

परिचय :  किसी को माफ़ करना सबसे बड़ा गुण है. क्षमा करने वाले के साथ भगवान रहते है. जब वह विकत परिस्थति में आता है तो भगवान साक्षात् उसे बचाते है

चलो शुरू करते है, चलो शुरू करते है, छोटी कहानी इन हिंदी

छोटी कहानी इन हिंदी

एक बार की बात है, एक जंगल में एक शेर आवास करता था। एक गर्मियों के दिन, शेर एक पेड़ की छांव में आराम कर रहा था। वहां आकर एक चूहा उछल-कूद कर खेलने लगा। चूहे के खेलने से शेर की नींद खराब हो गई और वह चूहे को पकड़ लिया।

चूहे को अपने पंजों में पकड़कर शेर ने कहा, “तूने मेरी नींद खराब कर दी! इसके लिए तुझे सजा मिलेगी।” चूहे डर के मारे काँपने लगा। वह बेचारा चूहा ने अपनी जान बचाने के लिए कहा, “महाराज, कृपया मुझे माफ कर दीजिए! आपकी सेवा करने का मैं वचन देता हूँ।”

शेर को चूहे की बात सुनकर हंसी आई। उसने सोचा, “यह छोटे से चूहे को मैं अपने काम में कैसे लगा सकता हूँ?” फिर उसने दया की और चूहे को जाने दिया।

कुछ दिनों बाद, जंगल में एक शिकारी आया। शिकारी ने जाल बिछाया ताकि वह जंगली जानवरों को पकड़ सके। शेर ने भी उस जाल में फंस गया। वह कई बार जाल को छोड़ने की कोशिश किया, लेकिन असफल रहा। शेर ने जोर-जोर से दहाड़ने लगा, जिससे उसकी दहाड़ चूहे के कानों तक पहुंची।

चूहा ने शेर की दहाड़ की आवाज सुनी और वहां पहुंचा जहां शेर फंसा था। वह अपने नुकीले दांतों से जाल को काट दिया और शेर को बचा लिया। उसकी साहसपूर्ण कृती के

 बाद, दोनों जानवर दोस्त बन गए।

छोटी कहानी इन हिंदी मिलने वाले सिख :

1. हमें किसी को छोटा नहीं समझना चाहिए, क्योंकि हर किसी का महत्व होता है।

2. अच्छाई और साहस कभी भी छोटे से भी मिल सकते हैं।

छोटी कहानी इन हिंदी 7 – चालक बन्दर

परिचय :  जीवन में किसी की सहायता करने से पहले विचार करे. २ रुपये बचाने के चक्कर में १०० रुपये नहीं जाये.

एक बार की बात है, दो बिल्लियों को एक रोटी का टुकड़ा मिला। वे उसे आधा-आधा बांट लिया, लेकिन उन्हें लगा कि उनके पास सिर्फ छोटा सा टुकड़ा है। इसके कारण उनके बीच लड़ाई हो गई।

छोटी कहानी इन हिंदी

वहाँ पर एक बंदर भी खड़ा था, जो सब कुछ देख रहा था। उसने दोनों बिल्लियों से कहा कि वह मदद कर सकता है। बिल्लियाँ सहमत हो गई और बंदर ने रोटी के टुकड़े को विभाजित करने के लिए अपनी तराजू लाया।

फिर बंदर ने रोटी के बड़े टुकड़े से थोड़ा खाया। जब वह दूसरे टुकड़े के पास पहुंचा, तो उसका आकार कम हो गया। उसने इसी तरीके से हर टुकड़े को खाते रहे और अंत में बस एक छोटा सा टुकड़ा बचा। देखकर बिल्लियाँ समझ गईं कि उनकी लड़ाई गलत थी।

बंदर ने रोटी का छोटा टुकड़ा वापस किया और बिल्लियों से कहा कि उन्हें एक साथ मिलकर काम करने से ही सफलता मिल सकती है। अब बिल्लियाँ ने मिलकर काम किया और रोटी का टुकड़ा बंदर को वापस किया।

छोटी कहानी इन हिंदी से सिख :

सिख : अपनी समस्या को स्वयं ही हल करें.

छोटी कहानी इन हिंदी- आइसक्रीम अंकल

परिचय :

दुसरो के बारे में भला सोचो तो अपने आप आपका भला होगा. इस कहानी से पता चलेगा की दूसरे के लाभ के बारे में सोचने में आपका फायदा है,

एक बार की बात है, एक छोटे से लड़के ने एक होटल में जाकर एक आइसक्रीम की डिश मांगी। थोड़ी देर में एक वेटर आया और पूछा, “क्या आपको किसी खास फ्लेवर की आइसक्रीम चाहिए?” छोटे लड़के ने उलटे सवाल में कहा, “वैनिला आइसक्रीम कितने रुपये की है?” वेटर ने उत्तर दिया, “50 रुपये, सर।”

छोटी कहानी इन हिंदी

छोटे लड़के ने जेब से पैसे निकाले और हिसाब किया। फिर वह पूछा, “संतरा फ्लेवर आइसक्रीम कितने की है?” वेटर ने उत्तर दिया, “35 रुपये, सर।”

छोटे लड़के ने मुस्कराते हुए कहा, “मेरे लिए संतरा फ्लेवर की आइसक्रीम लाइए। ” कुछ ही समय में वेटर आइसक्रीम लेकर आया और बिल दिखाया। लड़के ने आइसक्रीम खाने के बाद पैसे दिए और वह चला गया।

वेटर वापस आकर हैरान रह गया क्योंकि छोटे लड़के ने आइसक्रीम की प्लेट के पास 35 रुपये के साथ टिप के रूप में 15 रुपये भी छोड़ दिए थे।

छोटी कहानी इन हिंदी से सिख :

हमें अपने लाभ के साथ-साथ दूसरों के लाभ की भी सोचनी चाहिए।

छोटी कहानी इन हिंदीअंधा युवक

परिचय : आज के ज़माने में जज करना आसान है. जो व्यक्ति बिना सोचे समझे जज करता है उसे शर्मिंदा होना पड़ता है

एक बार की बात है, एक पिता अपने पुत्र के साथ ट्रेन में यात्रा कर रहे थे। पुत्र की उम्र लगभग 24 साल थी। यात्रा के दौरान, पुत्र ने खिड़की के पास बैठने की इच्छा जताई, क्योंकि पिता खिड़की की सीट पर बैठे थे। पिता ने खुशी खुशी अपनी सीट पुत्र को सौंप दी और स्वयं बगल में बैठ गए।

छोटी कहानी इन हिंदी

ट्रेन के यात्रीगणों में से कुछ लोग ने यह देखकर कि पुत्र अपने विशेष तरीके से व्यवहार कर रहा है, सोचना शुरू किया कि शायद उसमें कोई दिमागी समस्या हो सकती है।

पुत्र ने बिना थमे, बिना उकेरे अपने विशेष तरीके से देखते हुए अपनी चीख को बढ़ाया, “देखो पिता जी, नदी, पुल, पेड़, बादल – सब पीछे जा रहे हैं।” पिता ने सिर उत्ताया और हाँ में हाँ की हलकी झटके के साथ सहमी दिखे।

यात्रीगण में से एक व्यक्ति ने ध्यान दिया और पिता से पूछा, “क्या आपने कभी उसे किसी डॉक्टर के पास दिखाया है? यह सामान्य हरकतें नहीं हैं।”

पिता ने उत्तर दिया, “हम डॉक्टर के पास जा रहे हैं।” इस पर यात्री की आँखों में आश्चर्य दिखाई दी।

पिता ने जारी रखा, “मेरे पुत्र को जन्म से ही अंधा होने का दोष है। हाल ही में ही उसकी आँखों की रौशनी वापस आई है, और वह दुनिया को पहली बार देख रहा है। उसके लिए ये सब नई चीजें हैं, जिन्हें वह समझने की कोशिश कर रहा है।”

छोटी कहानी इन हिंदी से सिख :

कहानी से हमें यह सिख मिलती है कि हमें किसी के बारे में धारणाएँ बनाने से पहले सच्चाई जाननी चाहिए।

छोटी कहानी इन हिंदी– हाथी से सिख

परिचय : हमे हमारी बात हमेशा सही लगती है. लेकिन हो सकता है की आप जो सोच रहे हो वो सही नहीं हो.

एक समय की बात है, एक गांव में छह अंधे व्यक्ति रहते थे, जो आपस में बड़ी खुशियों में व्यतीत होते थे। एक दिन, उनके गांव में एक हाथी आया। इस बारे में जानकर, वे सभी भी हाथी को देखने जा पहुंचे।

हाथी की तस्वीर बिना देख सकने की वजह से, उन्होंने सोचा कि वे शायद उसकी यथार्थ रूपरेखा को समझ नहीं सकेंगे, लेकिन छू कर उसकी महत्वपूर्ण बातें महसूस कर सकते हैं।

छोटी कहानी इन हिंदी

वे हाथी के पास पहुंचे और उसे छूने लगे। एक अंधा व्यक्ति ने हाथी की पैर में स्पर्श किया और कहा, “देखो, हाथी एक खंभा की तरह होता है।” उसने हाथी के पैरों का महसूस किया।

उसके बाद दूसरा व्यक्ति हाथी की पुंछ पकड़ी और कहा, “नहीं, हाथी तो रस्सी की तरह होता है।” तीसरा व्यक्ति ने भी अपनी बात कही, “नहीं, मैं समझ गया, हाथी पेड़ के तने की तरह होता है।” इस पर चौथा व्यक्ति ने कान को छूकर कहा, “तुम सब गलत हो, हाथी एक बड़े सूपे की तरह होता है।”

यहाँ तक सभी अपनी बात कह चुके थे, और उनकी बातों में अंतर था। उनकी मतभेदों ने बहस तबाह कर दी और लड़ाई शुरू हो गई। उन्होंने खुद को सही साबित करने के लिए अपनी बातों की बहस की। यह लड़ाई और बहस बड़ी बढ़ती चली गई।

तब एक बुद्धिमान व्यक्ति आया। उसने उनकी बहस को देखा और पूछा, “तुम सब लोग एक-दूसरे के साथ झगड़ रहे हो, क्यों?” उन्होंने अपनी परिस्थितियों का कारण बताया और उस बुद्धिमान व्यक्ति को यह समझाने का प्रयास किया कि वे आखिरकार कैसे निर्णय लेंगे कि हाथी असल में कैसा है।

उसने एक-एक करके सभी को हाथी के विभिन्न भागों को छूने का आदान-प्रदान कराया और उनकी महत्वपूर्ण बातों को सुना। तब उस बुद्धिमान व्यक्ति ने कहा, “तुम सभी की बातें सही हैं, यह उसके केवल भिन्न भागों की व्याख्या है जिन्हें तुम सभी ने महसूस किया है।

हाथी का वास्तविक रूप उसके विभिन्न अंगों की संयोजना से मिलता है।” उनकी बातों से सभी को यह समझ में आ गया कि उनके द्वारा महसूस किए गए विभिन्न भाग असल में हाथी के विभिन्न अंग हैं।

छोटी कहानी इन हिंदी से सिख :

यह कहानी हमें यह सिखाती है कि हमें दूसरों के दृष्टिकोण और विचारों का सम्मान करना चाहिए। हमारी अपनी दृष्टि से हम जितना देख पाते हैं, उतना ही सत्य नहीं होता। अगर हम सभी के विचारों को मिलाकर देखें, तो हम सच्चाई का अनुसरण कर सकते हैं और सही निर्णय ले सकते हैं।

You may also like...

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *