उम्मीद पर कहानी | Umeed Par Kahani in Hindi
उम्मीद पर कहानी | Umeed Par Kahani in Hindi
परीचय :
उम्मीद पर कहानी एक युवक पर आधारित है। इंसान जब संकट में आता है तो उसे भगवन पर भरोसा और उम्मीद होना जरुरी है।
उम्मीदों पर ही दुनिया कायम है इसलिए जीवन मैं उम्मीद बनाये रखे।
चलो शुरू करते है, उम्मीद पर जोरदार कहानी,
एक दिन, एक व्यक्ति एक बेहद सूखे रेगिस्तान में खो गया। उसके पास खाने-पीने की बहुत ही कमी चीजें थीं, और वो जल्द ही ख़त्म हो गई थीं। पिछले दो दिनों से वह पानी की एक-एक बूँद के लिए तड़प रहा था।
वह धीरे-धीरे समझ गया कि अगर वह जल नहीं पाया, तो वह बड़ी मुश्किलों में होगा। लेकिन उसमें एक अद्वितीय आशा थी कि शायद कुछ चमत्कार हो जाए और उसे बचा लिया जाए।
तभी वह एक छोटी सी झोपड़ी देखी। उसने अपनी आँखों पर विश्वास नहीं किया। उसे पहले भी धोखा मिल चुका था, और वह बहुत सावधान था। लेकिन वह उम्मीदों से भरा हुआ था और उसने सोचा कि शायद यह झोपड़ी उसकी आख़िरी उम्मीद हो सकती है।
वह धीरे-धीरे झोपड़ी की ओर बढ़ता गया। जैसे-जैसे वह करीब पहुँचता, उसकी आशा और बढ़ती जाती थी, और उसे विश्वास भी हो गया कि यहीं कुछ बड़ा होने वाला है। सचमुच, वहाँ झोपड़ी थी, लेकिन यह दिखाई दे रहा था कि यह कितनी दिनों से छोड़ी गई थी।
अंदर जाकर वह देखा कि झोपड़ी के एक कोने में एक हैंड पम्प लगी हुई थी। वह व्यक्ति ने एक नई उम्मीद से भरकर हैंड पम्प को चलाने का प्रयास किया।
लेकिन दुःखद तौर पर हैंड पम्प ठंडी हो चुकी थी और वह काम नहीं कर रही थी। वह बेहद निराश हो गया, लगा कि यहीं उसका समापन होगा। वह थक कर गिर गया, लेकिन तभी उसने देखा कि झोपड़ी की छत से एक बोतल लटकी हुई थी और वह बोतल भरी हुई पानी से भरी थी।
उसने उस बोतल को खोला और पानी पीने लगा, लेकिन जब वह बोतल से पी रहा था, तब उसने बोतल पर चिपका हुआ एक कागज़ देखा। कागज़ पर लिखा था – “इस पानी से आप हैंड पंप चलाये, फिर ही पानी आएगा और पानी आने के बाद दोबारा पानी की बोत्तल भरो और उसी जगह रख दो”।
यह एक अजीब स्थिति थी। उस व्यक्ति को समझ में नहीं आ रहा था कि वह क्या करना चाहिए – क्या वह पानी पीना चाहिए या हैंड पम्प का प्रयास करना
चाहिए। उसके मन में तमाम सवाल उठने लगे, कि अगर पानी डालने पर भी पम्प नहीं चलती, तो? अगर यह सब एक धोखा हो? और कैसे पता करें कि नीचे का पानी बचा हुआ है या नहीं? लेकिन वह सोचता रहा और उसके विश्वास में बदलाव आया कि कुछ तो अच्छा ही होगा, और वह उम्मीद से हैंड पम्प को चलाने का प्रयास करने लगा।
जब वह हैंड पम्प को चलाने लगा, तो कुछ ही क्लिक्स के बाद पानी शुरू हो गया। पानी की एक-एक बूँद के साथ, उसकी आंखों में खुशी की आंसू आ गए। वह बेशकीमती पानी पीने लगा और उसका जीवन बच गया। उसने बोतल को फिर से बंद किया और छत से बांध दिया।
जब वह छत से नीचे गिरा, तब उसका मन खुदाई करने का आवेश देने लगा। वह झोपड़ी की छत से जाकर उस पानी से भरी दूसरी बोतल को उठाया और देखा कि बोतल पर चिपका हुआ एक नक्शा था। नक्शे पर रेगिस्तान से बाहर निकलने का रास्ता दिखाया था।
उम्मीद पर दुनिया कायम है शायरी
वह नक्शे को याद करके बोतल को वापस बंद कर दिया और अपनी बची हुई ताक़त से उस दिशा में बढ़ने लगा, जहाँ से उसे बच्चना था। उसने रास्ते को जानकारी के रूप में याद किया और फिर अपने साथी बोतलों में पानी भरकर वहाँ से जाने लगा।
धीरे-धीरे, उसने अपने जीवन को बचाया और जिन बोतलों में पानी था, उन्हें वह झोपड़ी पर छत से बंद कर दिया। वह नक्शे का पालन करते हुए रास्ते पर चला गया और अपने दर्दनाक संघर्ष को जीत लिया।
उम्मीद पर कहानी से शिक्षा :
उम्मीद पर कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि जीवन में हालात चाहे जैसे भी हों, हमें कभी भी उम्मीद और प्रयास में हार नहीं मानना चाहिए। यदि हम सकारात्मक मानसिकता और संघर्ष की भावना बनाए रखते हैं, तो हम सभी मुश्किलों को पार कर सकते हैं और अपने लक्ष्यों को हासिल कर सकते हैं।
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