हिंदी प्रेरक कहानि – सहायता सही व्यक्ति से लीजिए ( Hindi Prerak Kahani )
हिंदी प्रेरक कहानि – सहायता सही व्यक्ति से लीजिए ( Hindi Kahani )
एक दिन घोड़े और हिरण में बहस हो जाती है की दोनों में से कौन अधिक की दौड़ सकता है।
घोड़ा कह रहा था कि मैं सबसे तेज दो सकता हूं।
हिरण कहता है की मैं सबसे तेज दौड़ता हूं।
घोड़ा बहुत चतुर था। वह एक आदमी को कहता है कि आप मेरी मदद कीजिए।
आप मेरे पीठ पर बैठ जाइए।
वहां आदमी ने कहा ठीक है मैं तुम्हारे मदद के लिए तैयार हूं । मैं आपकी पीठ पर बैठ जाता हूं।
घोड़ा हिरण से दौड़ में जीत जाता है ! उसके रणनीति सफल हो जाती है।
हिरण को हराने के बाद घोड़ा आदमी से बोला,” आप मेरे पीठ से उतर जाओ।
आदमी बोला, ” अब तुम पर मेरा अधिकार है।
और तुम्हें वही करना पड़ेगा, जो मैं चाहूंगा।
निष्कर्ष :
इस हिंदी प्रेरक कहानि ( Hindi Prerak Kahani ) कहानी से सीख मिलती है, किसी से भी मदत लेते समय सोच विचार करना चाहिए।
अगर आपने गलत व्यक्ति से मदद मांगी तो सकता है वह जिंदगी भर कर्ज चुकाना पड़ सकता है।
Hindi Prerak Kahani – दो घड़े
एक बार की बात है ! दो घड़े नदी में तैर रहे थे ! एक घड़ा पीतल का था, जबकि दूसरा घड़ा मिट्टी का था !
नदी उफान पर थी और यह दोनो घड़े एक दूसरे से कुछ दूरी पर तैर रहे थे ! तभी पीतल का घड़ा मिट्टी के घड़े से बोला,” दोस्त! तुम मेरे पास आ जाओ, ताकि मैं तुम्हे सहारा देकर किनारे पर ले जाऊ !..
कही ऐसा ना हो जाए की आप डूब जाओ !
मिट्टी का घड़ा बोला,” मित्र! मदत के हाथ बढ़ाने के लिए धन्यवाद !
पर आप मुझसे दूर रहो तो अच्छा है ! यदि मैं तुम्हारे पास आकर तुम्हारे साथ चला और गलती से भी टकरा गया तो टूटकर चकनाचूर हो जाऊगा!
मेरा विनाश हो जायेगा, इसलिए मै तुमसे दूर रहकर ही सुरक्षित हु !
निष्कर्ष :
इस हिंदी प्रेरक कहानि ( Hindi Prerak Kahani ) कहानी से सीख – हमे दूसरो की बात मानने से पहले उसके हर पहलू के बारे में अच्छी तरह सोच समझ लेना चाहीए !