Heart Touching Story In Hindi

Heart Touching Story In Hindi : माँ का आखिरी खत

परिचय : Heart Touching Story In Hindi

” यह कहानी हमें बताती है कि माँ की ममता और महत्व का कितना बड़ा योगदान होता है। माँ का निस्वार्थ प्रेम अनूठा है।”

यह कहानी कमलेश  की है, जो शहर में रहने वाला था और अपनी माँ के साथ रहता था। उसके पिता की मृत्यु के बाद, उनके घर के आर्थिक स्थिति खराब हो गई।

उनकी माँ दूसरों के घरों में जाकर काम करती थी और झाड़ू लगाने का काम करती थी। उन्हें जितने भी पैसे मिलते, उन्होंने उनके घर की चालने के लिए उपयोग किए। कमलेश  दिनभर दोस्तों के साथ घूमता और पार्टियों में शामिल रहता था।

वह दिनभर घर से बाहर रहकर आसानी से जीता और जुआ खेलता था।

वक्त बीतते-बीतते उसकी माँ की स्थिति बिगड़ती चली गई और वे बूढ़ी हो गई। उसकी माँ रोज़ कमलेश  से कहती थी, “बेटा, कृपया अपने लिए एक अच्छी नौकरी ढूँढ लो।”

Heart Touching Story In Hindi

लेकिन कमलेश  उनकी बातों को अनदेखा कर देता था। एक दिन, उसकी माँ की स्वास्थ्य स्थिति खराब हो गई। उस दिन उन्होंने किसी के घर में काम नहीं किया।

पैसे की कमी के कारण कमलेश  ने अपनी माँ का उपचार कराने में सक्षम नहीं था, जिससे उनकी माँ की स्वास्थ्य दिन पर दिन बिगड़ती गई।

कमलेश  को समझ में नहीं आ रहा था कि उसे क्या करना चाहिए।

उनकी माँ की मृत्यु के बाद, कमलेश  के पास घर तो था, लेकिन खाने के लिए कुछ नहीं था।

उनके सभी दोस्त ने उन्हें छोड़ दिया।

वह अपनी माँ के वचनों को याद करके रोने लगा। उन्होंने भूख से पागल होकर घर में खाने की तलाश की, तब उन्हें अपनी माँ द्वारा छोड़ी गई एक चिट्ठी मिली।

उस चिट्ठी में लिखा था, “कमलेश  (पुत्र), मैंने तुम्हारे लिए कुछ पैसे एक कपड़े में बांधकर बेड के नीचे रख दिए हैं। तुम उन्हें लेकर अपनी भूख मिटा सक

ते हो।”

कमलेश  ने अपनी माँ की इस दिलचस्प भावना को देखकर रोना शुरू कर दिया। उन्हें लगा कि उन्हें उनकी माँ को गले लगाना चाहिए, लेकिन अब उनकी माँ इस दुनिया में नहीं हैं।

Heart Touching Story In Hindi से सिख :

Heart Touching Story In Hindi से सिख मिलती है की, माँ अपने बच्चे की चिंता करती है, तक कि आखिरी सांस तक। इसलिए हमें माँ का सत्कार करना चाहिए, उनका सम्मान करना चाहिए और उन्हें आदर हमेशा खुश रखना चाहिए।”

Heart Touching Story In Hindi : अँधा बालक

परिचय : “हमें बिना किसी को बेकार ज्ञान देने से बचना चाहिए। अगर आपको कुछ समझ नहीं आता, तो सीधे पूछना चाहिए इसके बजाय कि स्वयं सोच कर खुद ही नतीजे तक पहुँचें।”

मनोहर नामक आदमी अपने 05 साल के बेटे रवि के साथ ट्रेन में थे। बेटा संजू ने जिद्द करते हुए कहा कि वह ट्रेन की विंडो सीट पर ही बैठना चाहता है।

Heart Touching Story In Hindi

उसकी इच्छा के बावजूद, वो व्यक्ति जो विंडो सीट पर बैठा था, ने संजूकी हरकतों को देखा और मनोहर से कहा, “भाई साहब, आपका बेटा इतनी जिद कर रहा है, तो आप उसे मेरी जगह पर बैठा लीजिए।”

इसके बाद संजू को विंडो सीट मिल गई, और अब वह खिड़की के बाहर खुशी से दृष्टि मिलाता रहा। ट्रेन में कई और लोग थे, और संजू के सामने एक औरत भी थी, जो ध्यान से उसे देख रही थी।

संजू की विचारधारा अलग-अलग थी, उसने ट्रेन चलते समय अपने पिता से कहा, “पिताजी, देखिए, पेड़ कैसे पीछे हट रहे हैं, यहाँ तो बड़ी-बड़ी इमारतें भी पीछे जा रही हैं।” जब ट्रेन चलती, तो उसने ऐसे विचार किए।

उस औरत ने समझा कि रवि की मानसिकता ठीक नहीं है, लेकिन उसे मनोहर से बात करनी थी।

जब ट्रेन एक स्टेशन पर रुकी, तो वह औरत अपने टिफिन के डिब्बे से मिठाइयों का आयोजन कर रही थी, और उसने रवि और मनोहर को कुछ मिठाईयाँ प्रस्तुत की।

बातचीत के दौरान उसने मनोहर से कहा कि उन्हें एक अच्छे डॉक्टर के पास ले जाना चाहिए, क्योंकि संजू की मानसिकता सही नहीं लगती।

मनोहर ने मुस्कुराते हुए उस औरत की ओर देखते हुए कहा, “मैडम, मैं अपने बेटे को अभी ही डॉक्टर के पास से ही लेकर आरहा हु।

उसने ०५ साल बाद आज ही आखे खोली है, और उसके लिए सब कुछ नया है।

Heart Touching Story In Hindi से सिख :

Heart Touching Story In Hindi से सिख मिलती है की, आज की दुनिया जजमेंटल है। चाहे दुनिया कैसी भी हो, हमें इस कहानी से यह सिख मिलती है कि हमें बिना विचार किए कुछ नहीं बोलना चाहिए।

Heart Touching Story In Hindi : उपहार

जब यश  कॉलेज से लौट रहा था, उसने अपनी माँ के लिए एक उपहार खरीदने का मन बनाया। वह चाहता था कि उसका उपहार उसकी माँ के लिए विशेष हो और उसकी खुशियाँ बढ़ जाएँ।

यश  के पास पैसे थे, लेकिन बहुत कम। फिर भी, उसने सोचा कि वह अपनी पूरी महीने की बचत इस उपहार में लगा सकता है।

Heart Touching Story In Hindi

माँ के लिए उपहार के लिए यश  ने बहुत सोच विचार करने के बाद एक दिन बाजार गया। वहां पर उसने एक खूबसूरत सी साड़ी देखी।

वह मान रहा था कि यह साड़ी उसकी माँ को खुशी देगी। लेकिन साड़ी की कीमत उसके बजट से बहुत अधिक थी। हालांकि, यश  का दिल कह रहा

 था कि वह इसे ही अपनी माँ के लिए खरीदे।

धैर्यपूर्वक यश  ने अपनी सारी बचत को उस साड़ी में निवेश कर दिया। वह खुश था क्योंकि उसका यकीन था कि उसकी माँ इसे पसंद करेंगी।

उसकी खुशी में यह विश्वास था कि उसकी माँ जब इस साड़ी को पहनेंगी, तो उसकी खुशियाँ और भी बढ़ जाएँगी।

उस दिन के अगले दिन, यश  ने उस साड़ी को अपनी माँ को देने का निर्णय किया। उसने उत्साह से अपने घर की ओर बढ़ते हुए उसे सौंप दिया।

यश  के चेहरे पर उसकी माँ की खुशी की छाया देखकर, सुमित्रा माँ बहुत खुश थी। उन्हें अच्छा लगा कि उनका बेटा उन्हें इतना प्यार देता है और उनके लिए इतनी मेहनत करता है।

उनके बेटे के इस प्यार और सम्मान के सामने उनकी गरीबी की कोई महत्व नहीं थी।

सुमित्रा माँ ने अपने बेटे को अपनी बाहों में लिया और प्यार से कहा, “यश , तू मेरे लिए सबसे प्रिय है। तेरा यह उपहार और तेरा प्यार मेरे लिए अनमोल है।

मैं तुझसे गर्व करती हूँ, और मैं जानती हूँ कि तू सारे विश्व में सबसे अच्छा बेटा है।

यह साड़ी मेरे लिए अमृत की तरह है, और तूने मेरे लिए यह खास डिज़ाइन चुना है। धन्यवाद, मेरे बेटे, तेरी यह प्यारी सी उपहार मेरे लिए अनमोल है।”

उस दिन के बाद, यश  और सुमित्रा माँ का रिश्ता और भी मजबूत हो गया। यश  ने अपनी पढ़ाई में और भी उत्साह दिखाया और सफलता की ओर तेजी से बढ़ता रहा।

उनकी माँ ने उन्हें हमेशा प्रोत्साहित किया, उनकी हिम्मत बढ़ाई, और उनके विचारों का सम्मान किया। यश  ने अपनी माँ के साथ एक सफलता की कहानी लिखी।

यश  की पढ़ाई पूरी होने के बाद, उसे एक अच्छी नौकरी मिल गई। अब वह अपने परिवार का साहारा बन गया था। उसके पढ़ाई के कठिन समय में उसकी माँ ने उसे सहारा दिया और अब उसे उसकी सफलता के लिए बहुत गर्व हो रहा था।

रात-दिन, यश  अपनी माँ के सपनों को पूरा करने में मेहनत करता रहा। उसकी माँ ने उसे हमेशा

 साथ दिया, उसकी प्रेरणा दी, और उसके विचारों का सम्मान किया। यश  ने अपनी माँ के साथ मिलकर एक सफलता की कहानी रचाई।

Heart Touching Story In Hindi से सिख :

Heart Touching Story In Hindi से सिख मिलती है की “हमें भी यश जैसा बनने की मेहनत करनी है। परिवार में सभी की खुशियों का ध्यान रखना है।”

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