भेड़िया आया भेड़िया आया कहानी (bhediya aaya story in hindi)

भेड़िया आया भेड़िया आया कहानी ( bhediya aaya story in hindi )

(भेड़िया आया भेड़िया आया कहानी ) प्रस्तावना –

विश्वास असंख्य संबंध निर्भर है। विश्वास बहुत ही बारीकी डोर है।

अगर विश्वास कम हो जाए तो इंसान सहयोग करने से पीछे हट जाते हैं।

हमें जीवन में झूठ नहीं बोलना चाहिए। विपरीत परिस्थितियों में झूठ बोलने वाले इंसान का कोई सहयोग नहीं करता है इसलिए हमें हमेशा सही बोलना चाहिए है।

कहानी शुरू करते हैं, भेड़िया आया भेड़िया आया कहानी ( bhediya aaya story in hindi )

भेड़िया आया भेड़िया आया कहानी

गांव में मस्त मलंग एक चरवाहा रहा करता था। उसके पास असंख्य भेड़ थे ! वह रोज से दिनचर्या से पूरी तरह कंटाल चुका था।

उसके मन में एक विचित्र विचार आया। सोचा कि मैं पूरे गांव वालों के मजे लेता हूं। गांव वालो के साथ मजाक करता हूं।

उसने जोर से चिल्लाना शुरू किया, ” कोई मदद करो,  कोई मदद करो, भेड़िया आया है, भेड़िया आया है।

गांव वालों कहां हो आप सब लोग कहा हो, ” भेड़िया आया है, मदद करो मेरी, मदद करो मेरी। “

गांव वालों ने लाठी लेकर वहां के यहां पहुंचे। चार बहुत जोर जोर से ठहाके लगाकर हंसने लगा।

बड़ा मजा आया ! बड़ा मजा आया! हा हा हा हा हा बड़ा मजा आया बड़ा मजा आया।

गांव वाले को उस चरवाह की मजाक बिलकुल पसंद नहीं आई।

गांव वालो बहुत ही क्रोध आया, ” पर चारवाहा को नाराज समझकर कुछ नहीं बोला। “

चरवाहा ने यह कुछ दिनों बाद वापस चिल्लाने लगा, ” भेड़िया आया, भेड़िया आया, गांव वालों मेरे रक्षा करो, मेरी बहनों को खा जाएगा, मेरी मदत करो। “

गांव वालों को लगा कि इस बार तो सच में भेड़िया आ गया है।

सभी गांव वाले डंडे और लाठी लेकर भेड़िया को मारने दौड़े।

चरवाहा फिर से जोर-जोर से हंसने लगा।
हा हा हा हा हा, उल्लू बनाया बड़ा मजा आया, हा हा हा उल्लू बनाया बड़ा मजा आया।

गांव वालों को बहुत ही गुस्सा आया और  सभी आग बबूला हो गए, ” गांव वालों ने फिर से चरवाहा को नादान समझ कर छोड़ दिया। “

दुर्भाग्यवश, एक दिन सच में भेड़ियों का झुंड आया। वह भेड़िया इतने खूंखार थे की उन्होंने उस चरवाहा की भेड़े को अपना भोजन बनाना शुरू कर दिया।

चारवाह की आवाज निकलने बंद हो गई। बड़ी हिम्मत जुटाकर वहां चिल्लाने लगा, ” गांव वालों मैं मजाक नहीं कर रहा हूं सच में भेड़िया आ गया है। “मेरी भेड़ों को भी खा चुका है।”

मेरा यकीन कीजिए मुझे आपके सहयोग की आवश्यकता है , जल्दी से आइए,  गांव वालों मेरी मदद कीजिए, गांव वालों मैं मर जाऊंगा, मेरे भेड़ों को बचा लीजिए।

गांव वालों ने जब यह सुना, ” जोर से हंस कर बोले, यह पूरे दिन मजाक करता रहता है। “

आज हम इसकी मजाक का शिकार नही बन सकते।

गांव वालो ने चरवाह के हरकतों को हल्के में लिया।

दुसरे दिन गांव वालो ने देखा की , ” चरवाह बिलख बिलख कर रो रहा था ! उसके आस पास सभी भेड़ों के शव पड़े हुए थे।

भेड़िया आया भेड़िया आया कहानी ( bhediya aaya story in hindi ) कहानी से क्या सिख मिलती है ?

भेड़िया आया भेड़िया आया कहानी ( bhediya aaya story in hindi ) कहानी से सिख मिलती है –

– कभी किसी से भी ज्यादा मजाक नहीं करनी चहिए।

– विश्वास बहुत ही महत्वपूर्ण है। एक बार टूट जाने के बाद फिर से जोड़ना मुश्किल है।

– स्वयं के स्वार्थ के लिए किसी को भी मनोरंजन का पात्र नही बनाना चाहीए।

– मजाक करने की सीमा होगी । अगर आप सीमा के बाहर मजाक करोगे तो निश्चित रूप से आपको आगे बुरी तरह भुगतना पड़ सकता है।

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