बच्चों के लिए प्रेरक और प्रेरणादायक लघु कथाएं – दुश्मन की मृत्यु ( Bacho ke liye prerak prenadayak laghu kahani )
बच्चों के लिए प्रेरक और प्रेरणादायक लघु कथाएं – दुश्मन की मृत्यु
एक गांव में रहने वाले दो व्यक्ति एक दूसरे के बहुत ही बड़े दुश्मन थे।
वह दोनो एक दूसरे को बिलकुल भी पसंद नही करते थे । उनके घर का स्थान एक दूसरे के घर के सामने ही था।
एक दिन उन दोनो ने समुंद्र पार करने के लिए एक नाव किराए पर ली।
वह दोनो एक ही नाव में सवार कर रहे थे ! पहला व्यक्ति के कोने में जा बैठा और दूसरा वाला दुसरे कोने में जा बैठा।
दोनो, एक दूसरे से मुंह मोड़कर बैठे थे और यात्रा का आनंद ले रहे थे।
अचानक, भयंकर तूफान आया और देखते देखते नाव भयानक तरह से डगमगाने लगी।
जो नाव के आगे बैठा पहला व्यक्ति था उसने मल्लाह से कहा, ” ओह ! मल्लाह जी कृप्या बताइए कोनसा हिस्सा पहले पानी में डूबेगा ?
महल्लाह ने तुरंत कहा, ” आपके सामने जो बैठे है उनका हिस्सा पहले डूब जायेगा।”
यह सुनते ही पहला व्यक्ति ने कहा, ” अच्छी बात है ! मरने से पहले मेरे दुश्मन को मरते देखने का मोका मिलेगा।
पढ़े – बच्चों के लिए प्रेरक और प्रेरणादायक लघु कथाएं – दृष्टिकोण
निष्कर्ष :
बच्चों के लिए प्रेरक और प्रेरणादायक लघु कथाएं ( bacho ke liye prerak prenadayak laghu kahani ) से सिख मिलती है की आज के समय किसी से बैर नहीं रखना चाहिए।
2) बच्चों के लिए प्रेरक और प्रेरणादायक लघु कथाएं – दुष्ट भेड़िया
एक दिन भेड़िया भूखा – प्यासा शिकार के रहा में घूम रहा था।
उसे खाने के लिए कही भी कुछ नहीं मिला।
भेड़िया बहुत ही चालक था ! उसने एक चरवाह बहुत सारे भेड़ के झुंड को चराह रहा था।
भेड़िए ने बहुत ही चालाकी से एक भेड़ को मारकर उसकी खाल पहन ली और झुंड में बहादुरी से शामिल होगा।
चरवाह अपनी भेड़ों के साथ भेड़िए को भी घर ले गया।
भेड़िया ने पूरी योजना बनाई की सुबह होते ही एक एक कर कर सब भेड़ को खा जायेगा।
दूसरे दिन होते ही, चरवाह घर पर मेहमान आए तो उसने महमान नवाजी के लिए एक मोटे ताजे भेड़ की बलि चढ़ा दी।
मारने के बाद चरवाह आश्चर्यचकित हो गया जब उसे पता चला की भेड़ की वेश में भेड़िया था।
निष्कर्ष :
बच्चों के लिए प्रेरक और प्रेरणादायक लघु कथाएं ( bacho ke liye prerak prenadayak laghu kahani ) से सिख मिलती है की, जिसकी नियति बुरी रहती है उसका अंत भी बुरा ही होता है।
इसलिए कभी किसी के साथ चल कपट नही करना चाहिए क्योंकि इसका जो भी नतीजा होता वह बहुत ही बुरा होता है।
पढ़े – बच्चों के लिए प्रेरक और प्रेरणादायक लघु कथाएं – दृष्टिकोण