लाला लाजपत राय का जीवन परिचय | Lala Lajpat Rai biography Jayanti in hindi
लाला लाजपत राय का जीवन परिचय
आज हम जानेगे आज हम बात करेंगे के लाला लाजपत राय के जीवन परिचय के बारे में |Lala Lajpat Rai biography Jayanti in hindi
मैं अपने आप को सौभाग्यशाली समझता हूं कि मुझे ब्लॉक के माध्यम से महान चरित्र के बारे में लिखने का अवसर प्राप्त हुआ !
आज हम जानेंगे लाला लाजपत राय की जीवन के बारे में हम जानते हैं कि वह आदर्श राजनेता थे ! यह भी बताना चाहता हूं कि वह युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा का स्रोत माने जाते हैं !
उनका जीवन परिचय पढ़ोगे तो आप भी उनके चरित्र से प्रभावित हो जाओगे !
लाला लाजपत राय का जीवन परिचय
प्रस्तावना :
लाला लाजपत राय का जन्म पंजाब के मोगा जिले में 28 जनवरी 1865 को एक जैन परिवार में हुआ था। इन्होंने कुछ समय हरियाणा के रोहतक और हिसार शहरों में वकालत की।
लाला लाजपत राय भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के गरम दल के प्रमुख नेता थे।
सबसे मज़ेदार बात यह है की बाल गंगाधर तिलक और बिपिन चंद्र पाल के साथ इस त्रिमूर्ति को लाल-बाल-पाल के नाम से जाना जाता था।
सबसे मज़ेदार बात यह है की बाल गंगाधर तिलक और बिपिन चंद्र पाल के साथ इस त्रिमूर्ति को लाल-बाल-पाल के नाम से जाना जाता था।
लाला लाजपत राय का जीवन परिचय
राजनैतिक जीवन
लाला लाजपत राय ने सन १८८५ में हिसार में अपनी वकालत शुरू कर दी थी ! लालाजी ने आर्य समाज के वह कांग्रेस के कई गतिविधियों में भाग लिया था !
लाला जी का चरित्र इतना प्रभावित था कि वह जहां पर भी जाते वहां अपनी निशानी छोड़ जाते थे !
लालाजी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के तीन प्रमुख हिंदू राष्ट्रवादी नेताओं में से एक थे ! वहां लाल बाल पाल की तिकड़ी का हिस्सा थे !
लालाजी ने गरम दल का गठन किया था क्योंकि गोपाल कृष्ण गोखले के नरम दल का विरोध किया जा सके ! इतना ही नहीं बंगाल के विभाजन के खिलाफ हो रहे आंदोलन में भी लालाजी ने मुख्य भूमिका निभाई है !
लालाजी को 3 महीने 907 में रावलपिंडी में अशांति पैदा करने के आरोप के कारण उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया ! मांडले जेल में 6 महीने रहने के बाद 11 नवंबर 1960 को उनको रिहा किया |
लाला लाजपत राय का जीवन परिचय
लाला लाजपत राय लिखित मुख्य किताबें :
- हिस्ट्री ऑफ़ आर्य समाज
- इंग्लैंड’ज डेब्ट टू इंडिया:इंडिया
- दी प्रॉब्लम ऑफ़ नेशनल एजुकेशन इन इंडिया
- स्वराज एंड सोशल चेंज,दी युनाइटेड स्टेट्स ऑफ़ अमेरिका:अ हिन्दू’स इम्प्रैशन एंड स्टडी”
- मेजिनी का चरित्र चित्रण (1896)
- गेरिबाल्डी का चरित्र चित्रण (1896)
- शिवाजी का चरित्र चित्रण (1896)
- दयानन्द सरस्वती (1898)
- युगपुरुष भगवान श्रीकृष्ण (1898)
- मेरी निर्वासन कथा
- रोमांचक ब्रह्मा
- भगवद् गीता का संदेश (1908)
लाला लाजपत राय – अनमोल वचन
- अतीत को देखते रहना व्यर्थ है, जब तक उस अतीत पर गर्व करने योग्य भविष्य के निर्माण के लिए कार्य न किया जा।
- नेता वह है जिसका नेतृत्व प्रभावशाली हो, जो अपने अनुयायियों से सदैव आगे रहता हो, जो साहसी और निर्भीक हो।
- पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ शांतिपूर्ण साधनों से उद्देश्य पूरा करने के प्रयास को ही अहिंसा कहते हैं।
- पराजय और असफलता कभी-कभी विजय की और जरूरी कदम होते हैं।
लाला लाजपत राय का निधन – Lala Lajpat Rai Death )
वर्ष 1928 में ब्रिटिश सरकार ने संवैधानिक सुधारों पर चर्चा करने के लिए साइमन कमीशन को भारत भेजने का निर्णय लिया
ऐसा कहा जाता है कि कमीशन में कोई भी भारतीय सदस्य ना होने का कारण सभी भारतीयों में निराशा थी और क्रोध से ओतप्रोत हो चुके थे !
1929 में जब कमीशन भारत आया तो पूरे देश भर में इसका विरोध किया गया !
लाला लाजपत राय ने स्वयं साइमन कमीशन के खिलाफ एक शांतिपूर्ण जुलूस निकाल कर नेतृत्व किया |
यह जो जुलूस था यह लाला जी के नेतृत्व में काफी शांतिपूर्ण चल रहा था फिर भी ब्रिटिश सरकार ने बेरहमी से जुलूस पर लाठीचार्ज करवाया !
लाला लाजपत राय का जीवन परिचय
लालाजी की मौत का बदला
लाला जी की मृत्यु से सारा देश उत्तेजित हो उठा और चंद्रशेखर आज़ाद, भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव व अन्य क्रांतिकारियों ने लालाजी पर जानलेवा लाठीचार्ज का बदला लेने का निर्णय किया।
इन देशभक्तों ने अपने प्रिय नेता की हत्या के ठीक एक महीने बाद अपनी प्रतिज्ञा पूरी कर ली और 17 दिसम्बर 1928 को ब्रिटिश पुलिस के अफ़सर सांडर्स को गोली से उड़ा दिया।
FAQ
#1 : लाला लाजपत राय का जन्म कब हुआ ?
उत्तर : लाला लाजपत राय का जन्म पंजाब के मोगा जिले में 28 जनवरी 1865 को एक जैन परिवार में हुआ था।
सवाल #2 : लाला लाजपत राय के माता-पिता का क्या नाम था?
उत्तर : लालाजी के माता जी का नाम गुलाब देवी व पिता का नाम लाला राधाकृष्ण अग्रवाल (अध्यापक) था ।
सवाल #3 : लाला लाजपत राय को पंजाब केसरी क्यो कहा जाता था ?
उत्तर : लाला लाजपत राय जब अंग्रेजों का विरोध करते थे तो शेर की तरह दहाड़ते थे इसलिए उनको पंजाब केसरी कहा जाता था। केसरी का मतलब शेर होता है और पंजाब केसरी का मतलब पंजाब का शेर ।
सवाल #4: लाला लाजपत राय की विशेषताएं ?
उत्तर : आदर्श राजनेता , देश प्रेम , क्रांतिकारी विचारक
सवाल #5 : लाल-बाल-पाल क्या है ?
उत्तर : बाल गंगाधर तिलक और बिपिन चंद्र पाल के साथ इस त्रिमूर्ति को लाल-बाल-पाल के नाम से जाना जाता था |
सवाल #6 :लाला लाजपत राय के सुविचार
- अतीत को देखते रहना व्यर्थ है, जब तक उस अतीत पर गर्व करने योग्य भविष्य के निर्माण के लिए कार्य न किया जा।नेता वह है जिसका नेतृत्व प्रभावशाली हो, जो अपने अनुयायियों से सदैव आगे रहता हो, जो साहसी और निर्भीक हो।
- पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ शांतिपूर्ण साधनों से उद्देश्य पूरा करने के प्रयास को ही अहिंसा कहते हैं।
- पराजय और असफलता कभी-कभी विजय की और जरूरी कदम होते हैं।
सवाल #7 लाला लाजपत राय की मृत्यु कब और कैसे हुई?
उत्तर : इस लाठीचार्ज में लाला लाजपत राय को सिर पर गंभीर चोटें आई जिसके कारण 17 नवंबर 1928 में लाला जी का देहांत हो गया !
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