Monkey and Crocodile story in Hindi   | बंदर और मगरमच्छ की कहानी लिखी हुई

Monkey and Crocodile Story in Hindi   | बंदर और मगरमच्छ की कहानी लिखी हुई

परिचय : Monkey and Crocodile Story in Hindi with Moral

बंदर और मगरमच्छ की कहानी जामुन के पेड़ वाली  की तो कोई कहता है, चतुर वानर की कहानी हिंदी, लेकिन यहाँ मैं इस कहानी को किसी भी नाम से प्रस्तुत करो, लेकिन इसका सारांश वही बना रहता है जो आपकी जिंदगी को बदल सकता है।

आज के समय में, कपट का युग चल रहा है। मित्रता को भी सावधानी से करें और दुश्मनी को भूल कर भी नहीं करें। इस जांचल में फंसने से बचें, क्योंकि निकल पने का मार्ग आपके अस्तित्व को समाप्त कर सकता है


बंदर की और मगरमच्छ की कहानी

monkey and crocodile story in hindi बंदर और मगरमच्छ की कहानी की शुरुआत कुछ ऐसे हुई कि एक दिन बड़े जंगल के एक तालाब में बसने वाले मगरमच्छ को भोजन की तलाश थी। वह चाहता था कि उसके पास एक अच्छा सा भोजन हो, जिससे वह खुशी-खुशी खा सके। इसी ख्वाहिश में उसने तालाब से दूर तक यात्रा की, और वह जामुन के पेड़ के नीचे पहुंचा, जो तालाब से कुछ दूरी पर था। मगरमच्छ पेड़ के नीचे पहुंचकर हैरानी और आश्चर्य से उस पेड़ को देखने लगा।

चतुर वानर की कहानी

Monkey and crocodile story in hindi with pictures

पेड़ पर बैठे हुए बंदर ने मगरमच्छ से पूछा, “मगर भाई, आप इस पेड़ को ऐसे क्यों देख रहे हो?” मगरमच्छ ने हलचल में कहा, “आपको कहूँ, बंदर मियां, मैं आज किसी अच्छे भोजन की तलाश में निकल पड़ा हूँ और जब मैंने यह जामुन के पेड़ को देखा, तो मैं रुक गया।” बंदर ने उससे पूछा, “तो क्या समस्या है, मगर भाई?” मगरमच्छ ने कहा, “बंदर मियां, मैं तो इस पेड़ को तो देख सकता हूँ, लेकिन उस पर लगे जामुन को खा नहीं सकता, क्योंकि मैं पेड़ पर नहीं चढ़ सकता।”

Crocodile and Monkey Story Moral

बंदर ने मगरमच्छ की बात सुनकर कहा, “यह तो कुछ नहीं, मैं तो आपको आसानी से उस जामुन को तोड़कर दे सकता था। भाई, आप यहाँ रुक जाइए, मैंने ताजे जामुन तोड़कर लाया है।” इसके बाद, बंदर ने मगरमच्छ को उस ताजे जामुन से खिलाया और उनके बीच दोस्ती हो गई। अब हर दिन मगरमच्छ जामुन खाने उसी पेड़ के नीचे जाता, और बंदर उसे अच्छे जामुन खिलाता। समय बीतते-बीतते, उनकी मित्रता मजबूत होती गई

बंदर और मगरमच्छ की कहानी in Short

एक दिन मगर ने सोचा कि क्यों न मैं यह फल अपनी पत्नी को भी ले जाकर दूं। रोज़ की तरह, बंदर ने मगरमच्छ को पेड़ से जामुन तोड़कर दिए। मगर ने बंदर को शुक्रिया कहते हुए कहा, “आज तो मैं यह जामुन अपनी पत्नी को भी खिलाऊंगा और उसे मेरी और बंदर की दोस्ती के बारे में बताऊंगा।

“बंदर ने उसकी बातों को सुनकर हंसते हुए कहा, “हां हां, मगर भाई, आप भाभी के लिए ढेर सारे जामुन ले जाइए।”

मगरमच्छ अपने घर पहुंचा और अपनी पत्नी को जामुन देते हुए बंदर और अपनी दोस्ती की कहानी सुनाई। हालांकि, मगरमच्छ की पत्नी के मन में लालच उत्तपन्न हो गया।

वह दोनों की दोस्ती को समझने लगी और मगर से जिद करने लगी कि जिसका दिया हुआ जामुन इतना मीठा है, तो उसका दिल कितना मीठा होगा, “जाओ मेरे लिए बंदर का दिल लेकर आओ।”

मगरमच्छ ने बड़ी मेहनत की, लेकिन उसकी पत्नी को मना करने में नाकाम रहा। आखिरकार, थक हार कर उसने अपनी पत्नी की बात माननी पड़ी।

मगरमच्छ ने एक नयी योजना बनाई और बंदर के पास जाकर कहा, “मियां बंदर, तुम्हारी भाभी तुम्हारी बहुत याद करती हैं और वह तुमसे मिलना चाहती है।

तालाब में पार नहीं कर सकता मित्र!तब मगरमच्छ ने कहा मैं हूँ न, तुम मेरी पीठ पर बैठ जाओ और मैं तुम्हें तालाब पार कर दूंगा।” बंदर मगरमच्छ की प्रस्तावना से सहम गया।

जब दोनों तालाब के बीच पहुँचे, तो मगरमच्छ ने सोचा कि अब वक्त आ गया है कि मैं बंदर सब सच्चाई बता दूं। वह बोला, “बंदर मियां, बात ऐसी है कि तुम्हारे दिए हुए जामुन ने तो तुम्हारी भाभी का दिल जीत लिया है। वह अब तुम्हारे दिल की खाने की जिद कर बैठी है।

बंदर को यह सुनकर ठेस पहुँची, लेकिन उसने चालाकी से जवाब दिया, “मित्र, यह बात तो इतनी सी थी और तुमने इतनी मेहनत कर ली!

मुझे पहले ही बतानी चाहिए थी कि मेरी भाभी को मेरा दिल चाहिए, लेकिन दिल उस पेड़ पर छोड़ आया हूँ, अब जल्दी से तुम मुझे उस पेड़ के पास ले चलो, कि मैं अपने दिल को वापस ला सकूं।

बंदर के शब्दों में आकर, मगरमच्छ ने उसे पकड़ कर वापस ले चला गया। जैसे ही दोनों पेड़ के पास पहुँचे, बंदर ने झट से पेड़ पर चढ़ जाया!

उसने उसे देखते हुए कहा, “मुर्ख, क्या दिल के बिना कोई जीवित रह सकता है? मैंने तुम्हें अपना सच्चा मित्र माना, तुम्हारा ख्याल रखा, और तुम बदले में मुझे खाने की साजिश कर रहे थे? अब जाओ, हमारी दोस्ती यहाँ खत्म हो गई।” मगरमच्छ को उसकी की हुई चाल के लिए बहुत पछतावा हुआ।।         


Monkey and crocodile story in hindi with Moral कहानी से बच्चों को क्या सीख मिलती है?

चतुर वानर की कहानी हिंदी में से बच्चों के लिए यही सीख मिलती हैं जब मुसीबत आए तो परिस्थितियों से घबराए बिना उसका सामना करना चाहिए

बंदर और मगरमच्छ की कहानी लिखी हुई कहानी से सीख लो –

  • प्रेम और मित्रता में अंधविश्वास नहीं करना चाहिए।
  • बुद्धिमानी से जीवन को निर्माण करना सीखो,
  • जो आज आपका है और वो आपका सदैव नहीं रहेगा।

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