Bal kahani in hindi | बाल कहानी – साँप और मेंढक की कहानी
Bal kahani in hindi
प्रस्तावना :
आप ऐसे व्यक्तियों से स्वयं का बचाव करने चाहिए जो अचानक से मीठी मीठी बात करने लगता है, इसका मुख्य करना है की उसके पीछे स्वार्थ छिपा रहता है ।
इसलिए आपको कभी भी किसी जल्दी से भरोसा नहीं करना चाहिए। यह कहानी पंचतंत्र कहानी की सबसे प्रसिद्द कहानी है
एक विशाल पर्वत के यहां एक बड़ा तालाब था।
वहाँ बहुत मेंढक रहते थे।
एक बूढ़े साँप को भनक लगी की यहां बहुत सारे मेंढक है । यहां अगर कोई योजना बनाई जाए तो मेरा अंतिम जीवन अच्छे से बीत सकता है।
Bal kahani in hindi
एक तालाब के यहां जाकर जोर जोर से रोने लगता है। वहाँ मेंढक का राजा कहता है, साँप भाई, क्या हुआ ?
साँप कहता है, मुझे ब्राह्मण ने श्राप दिया है की “आज से तू मेंढकों की सवारी कराएगा। “
मेंढक को यकीन नहीं आता। वह अपने कुछ छोटे छोटे मेंढक को सवारी के लिए भेजता है।
साँप कही महीनों तक सवारी करता है। मेंढक के राजा को उस चतुर साँप पर पूरा भरोसा हो जाता है।
एक दिन मेंढक का राजा उस पर सवारी करता है। साँप मोका का फायदा देखकर उसे खा जाता है।
उसके बात बड़े आसानी से उस पुरे तालाब पर राज करता है और रोज मेंढकों को खाकर अपना पूरा जीवन व्यतीत करता है।
Bal kahani in hindi से सीख –
( साँप से सिख )–
जो व्यक्ति ज्यादा लाचारी दिखाता है उसके मन में कपट होता है।
– दुष्ट व्यक्ति मीठा मीठा बातों से भोले व्यक्ति का शोषण करते है।
Bal kahani in hindi
Bal kahani in hindi से सीख –
मेंढक से सिख –
कभी भी बिना सोचे समझे निर्णय नहीं लेना चाहिए।
कभी भी अंजाम व्यक्ति को घर में पनाह नहीं देनी चाहिए।
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