बुद्धिमानी की कहानी

बुद्धिमानी की कहानी

परिचय : यह कहानी बुद्धिमानी पर आधारित है. इसलिए इसे बुद्धिमानी की कहानी का शीर्षक दिया है।
असली हीरे की किम्मत जोहरी जानता है ।

वैसे बुद्धिमान व्यक्ति प्रभावीत बाते करते है तो उससे कम लोग ही समझ पाते है। जो समझ जाता है वह उसकाआदर और सम्मान दोनों करता है।

एक समय की बात है, एक राजमहल के द्वार पर एक साधु पहुंचा और द्वारपाल से बोला कि वह राजा से मिलना चाहते हैं क्योंकि उनका भाई आया है।

बुद्धिमानी की कहानी

द्वारपाल ने सोचा कि शायद यह कोई दूरसंबंधी राजा का भाई हो, जो संन्यास लेकर साधुओं की तरह रह रहा हो। इसलिए उन्हें भीतर बुलाने का आदेश दिया।

राजा ने मुस्कराते हुए साधु को अपने पास बुलाया और पूछा, “तुम ठीक हो, भाई?”

साधु ने उत्तर दिया, “हां, मैं ठीक हूँ। आप कैसे हैं, भैया?”

राजा बोला, “मैं भी ठीक हूँ।”

बुद्धिमानी की कहानी

साधु ने बात बदलते हुए कहा, “मेरे रहने का स्थान पहले के महल में था, लेकिन वह बहुत पुराना और जळता हुआ हो गया है। मेरे 32 सेवक थे, लेकिन उन सबका एक-एक करके जाना हो गया है। पांच रानियाँ भी बूढ़ी हो गई हैं और उन्हें अब काम नहीं आता।”

राजा ने यह सुनकर साधु को 10 सोने के सिक्के दिए।

साधु ने मात्र 10 सिक्के ले लिए और कहा, “ये काफी हैं।”

राजा ने कहा यह तो काफी कम है।

साधु ने मुग़बात बदलते हुए कहा, “आप मेरे साथ सात समुंदर पार चलें, वहां सोने की खदान है। मेरे पैरों की ताकत से समुंद्र सूख जाएगा। आपने मेरी ताकत को तो देख ही लिया है।”

बुद्धिमान साधु की कहानी

इसके बाद, राजा ने साधु को 100 सोने के सिक्के दिए।

जब साधु गया, मंत्रियों ने राजा से पूछा, “महाराज, क्योंकि हमने सुना है कि आपका कोई बड़ा भाई नहीं है, तो आपने उस ठग को इतने सिक्के क्यों दिए?”

राजा ने समझाया, “देखो, ज़िन्दगी के दो पहलु होते हैं – राजा और रंक। मुझे उसने भाई कहा, तो मैंने उसकी बुद्धिमत्ता का सम्मान किया। उसका महल जर्जर था,वह उसका शरीर है ।

उसकी रानियाँ उसकी पांच इन्द्रियाँ थीं,। ३२ सेवक वह दाँत थे।

बुद्धिमानी की कहानी से शिक्षा

बुद्धिमानी की कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि हमें किसी के बाहरी रूप और शक्ल के आधार पर उनकी बुद्धिमत्ता का निर्णय नहीं करना चाहिए।

बुद्धिमानी की कहानी से हमें से शिक्षा मिलती है की बुद्धिमत्ता एक गुण है. जो बुद्धिमानी व्यक्ति वाली बात करता है उसका मूल्य अधिक होता है।

बुद्धिमानी की कहानी से हमें यह सिख मिलती है की जो व्यक्ति बुद्धिमानी वाली बात करने वाले से लोग जुड़ते है और समय आने पर सहयोग भी करते है।

अन्य कहानिया पढ़े –

बुद्धिमान बालक की कहानी

बुद्धिमान मछली की कहानी

ईमानदारी से प्रयत्न की जीत कहानी

बुद्धिमान की परीक्षा कहानी


You may also like...

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *