प्रेरक लघु कहानियां – विचार की शक्ति

प्रेरक लघु कहानियां – विचार की शक्ति

आज हम पढ़ेंगे प्रेरक लघु कहानियां के बारे जो दो छोटे भाइयो के बारे है | एक का नाम था हंसराज और दूसरे का नाम था अंशराज |

प्रेरक लघु कहानियां - विचार की शक्ति
प्रेरक लघु कहानियां

एक दिन हंसराज निराश था । वह मन ही मन में कुछ गुस्से स बड़बड़ा रहा था !

और दूसरी तरफ अंशराज भी बैठा हुआ था, वह बहुत खुश नजर आ रहा था!

जब उनके मित्रों ने दोनों को देखकर कहा कि, हंसराज इतना दुखी क्यों है ?और अंशराज आप इतने खुश क्यों हो ?

हंसराज ने कहा कि देखो ना ‌पापा ने मुझे सिर्फ ५रुपिये ही दिए हैं, मुझे ऐसा लगा था कि पापा कम से कम मुझे 10रुपिये देंगे |

यही सवाल अंशराज को पूछा क्या आप इतने खुश क्यों हो तो अंशराज ने कहा कि मुझे लगा पापा सिर्फ मुझे 2 रुपिये देंगे | उन्होंने मुझे 5 रुपिये दिया इसलिए मैं बहुत खुश हूं !

निष्कर्ष :

इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि सुख और दुख इंसानों के विचारों पर निर्भर है !

आज इंसान हालातों से दुखी नहीं है उनके विचारों से दुखी है !

अगर आप भी हंसराज की तरह खुश रहना चाहते हो तो पॉजिटिव विचार को जीवन में अपनाओ जिससे आप अपने जीवन में खुश रह सको !

मैँ आशा करता हु की आपको यह लेख पसंद आया होगा तोह जरूर शेयर करे | अगर आपके पास प्रेरणादायक कहानी हो तो आप हमारे Email id – preraktalks@gmail.com पर भेज सकते है |

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1 Response

  1. prateek says:

    लेखक महोदय इतनी सुन्दर एवं सतत प्रेरणा प्रदान करने वाली कहानियों को अपने पाठकों के सम्मुख रखने के लिए आप बधाई के पात्र है , आपकी सभी कहानिया न सिर्फ किसी विशेष बल्कि प्रत्येक आयुवर्ग के पाठकों के लिए स्वस्थ मनोरंजन के साथ साथ शिक्षाएं देने वाली भी हैं … आगे भी आप इसी तरह से सुन्दरतम प्रयास करते रहें .. यही शुभकामना है ..

    धन्यवाद

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