चालाक लोमड़ी और शेर की कहानी

चालाक लोमड़ी और शेर की कहानी

प्रस्तावना :

वर्तमान समय में ज्यादा नहीं पर थोड़ा चतुर बनना चाहिए। अगर आप बुद्धिमान या चतुर नहीं है तो आप छोटी छोटी बातो में भी हमेशा परेशांन रहोगे।

चलो शुरू करते है लोमड़ी की और शेर की मजेदार कहानी,

जंगल में एक खतरनाक शेर बसता था। वह रोज़ किसी ना किसी मासूम जानवर का शिकार करके उसे खा जाता था। सभी जानवर उससे डरते थे और उसको देखकर सभी भाग जाते थे। इसी भयानकता के चलते, उसने खुद को जंगल का राजा घोषित कर दिया।

चालाक लोमड़ी और शेर की कहानी

एक दिन, बहुत देर तक शेर को कोई शिकार नहीं मिला, इसलिए वह खुद को ढूंढते-ढूंढते मैदान की ओर चला गया। सभी जानवर उससे डर कर भाग गए, लेकिन उसने एक सोती हुई लोमड़ी को देख लिया। शेर ने बिना देर किए लोमड़ी को पकड़ लिया, जिससे लोमड़ी की नींद खुल गई। लेकिन जब शेर ने उसे खाने के लिए अपना मुँह खोला, तो लोमड़ी ने उसे रोक लिया।

लोमड़ी बहुत चालाक थी और इस संकट से बचने का उपाय जानती थी। वह शेर से कहीं, “आप मुझे ना मारें, मैं आपकी सेवा कर सकती हूँ और शिकार पकड़ने में आपकी मदद कर सकती हूँ।”

शेर ने पूछा, “तुम शिकार कैसे पकड़ोगी? मैं तो जंगल का राजा हूँ, कोई भी मेरे सामने टिक नहीं सकता।”

लोमड़ी ने आत्मसमर्पण के साथ कहा, “प्रभु, मैं जानती हूँ कि आप सबसे बड़े हैं, लेकिन आपको शिकार करते समय बहुत थक जाते हैं। मैं आपकी इस समस्या का समाधान कर सकती हूँ।”

शेर ने पूछा, “तुम कैसे?”

लोमड़ी ने कहा, मैं आपके लिए शिकार लाया करुँगी और उसके बदले आप मुझे कभी मत खाना

शेर ने बिना देर किए लोमड़ी को छोड़ दिया और उसे अपना सचिव बना लिया। अब लोमड़ी की मदद से शेर आसानी से शिकार करता था। जंगल में जबरदस्ती किसी के पीछे नहीं भागनी पड़ती थी, क्योंकि सब जानवर लोमड़ी के पास सुरक्षित महसूस करते थे।

लोमड़ी ने शेर की मदद से खाना पाना आसान बना दिया और उसे शिकार करने में मदद करती रही।

चालाक लोमड़ी और शेर की कहानी से सिख

लोमड़ी और शेर की कहानी से सिख से हमें यह सिखने को मिलता है कि हम अपनी बुद्धि का सही तरीके से उपयोग करके किसी भी मुश्किल को पार कर सकते हैं.

FAQ – चालाक लोमड़ी और शेर की कहानी


सवाल : लोमड़ी और शेर की कहानी प्रमुख संदेश क्या है?
उत्तर : इस कहानी का प्रमुख संदेश है कि समस्याओं का समाधान साहस, बुद्धिमत्ता, और सहयोग है।

सवाल :चालाक लोमड़ी और शेर की कहानी के प्रमुख पात्र कौन हैं?
उत्तर : प्रमुख पात्र हैं एक शेर और एक लोमड़ी।

सवाल :चालाक लोमड़ी और शेर की कहानी कहाँ घटित हुई थी?
उत्तर :यह कहानी जंगल में घटित हुई थी।

सवाल :शेर को क्यों खुद को ढूंढना पड़ा?
उत्तर :शेर को बहुत देर तक शिकार नहीं मिला था, इसलिए वह खुद को ढूंढते-ढूंढते मैदान की ओर चला गया।

सवाल :लोमड़ी के पास शेर को कैसे मदद करने का प्रस्ताव आया?
उत्तर :लोमड़ी ने प्रस्ताव दिया कि वह शेर को शिकार पकड़ने में मदद कर सकती है और उसके बदले उसे कभी नहीं खाना होगा।

सवाल :लोमड़ी ने कैसे समझाया कि वह शेर की मदद कर सकती है?
उत्तर :लोमड़ी ने शेर को बताया कि वह शेर को शिकार पकड़ने में मदद कर सकती है क्योंकि शेर कभी-कभी थक जाता है और लोमड़ी उसके साथ हो सकती है।

सवाल :शेर ने लोमड़ी के साथ क्या किया?
उत्तर : शेर ने लोमड़ी को अपना सचिव बना लिया और उसके साथ मिलकर शिकार करने लगा।

सवाल :लोमड़ी की मदद से शेर का क्या फ़ायदा हुआ?
उत्तर :लोमड़ी की मदद से शेर को शिकार करने में आसानी हो गई और वह अब जबरदस्ती से किसी के पीछे नहीं भागना पड़ता था।

सवाल :चालाक लोमड़ी और शेर की कहानीसे हमें क्या सिखने को मिलता है?
उत्तर : हमें इस कहानी से यह सिखने को मिलता है कि समस्याओं का समाधान सहयोग, समझदारी, और समर्पण के साथ हो सकता है।

लोमड़ी और शेर की अन्य कहानीया पढ़े –

लोमड़ी की कहानी
शेर और खरगोश की कहानी
हिरण और लोमड़ी की कहानी

You may also like...

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *