प्रेरक प्रसंग विद्यार्थियों के लिए – विफल योजना
प्रेरक प्रसंग विद्यार्थियों के लिए
यह कॉलेज के ऐसे स्टूडेंट्स की कहानी है, जिससे आप जीवन में कभी भी गलत निर्णय लेने से स्वयंम को बचा पाओगे !
एक बार कॉलेज के कुछ शरारती बच्चे घर पर पार्टी कर रहे थे ! वे सभी पार्टी में इतने मग्न थे की दूसरे दिन का होने वाली कॉलेज के परिक्षा के बारे में भूल गए !
सुबह उन्होंने योजना बनाई की हम मास्टरजी को बोले कल हम पांचों परिवार के समारोह में गए थे! वहा टायर पंचर हो गया था बड़े ही मुश्किल से धक्का मारकर गाड़ी को घर ले आए!
इस मानसिक तनाव के कारण एग्जाम के बारे में खयाल नही रहा ! उनकी योजना हुई सफल हुई, मास्टरजी ने कहा की आप को २ दिन का समय और देता हु !
प्रेरक प्रसंग विद्यार्थियों के लिए
२ दिन के बाद आपकी परीक्षा होगी और वह परीक्षा पर ही निर्भर होगा की आगे की क्लास में जाना है या नहीं!
वह पांचों स्टूडेंट्स बहुत ही खुश होते है ! उनके खूशी का ठिकाना नहीं रहता है !
वे निर्णय लेते है की हम २ दिन जी जान से मेहनत करेगे क्योंकि ऐसा मौका बार बार नही मिलता !
वे २ दिन पूरे शिद्दत से मन लगाकर पढ़ाई करते है !
जब परीक्षा देने के समय आता है तो मास्टर जी उन्हे एक दूसरे से बहुत ही दूर बिठाते है की कोई नकल न कर सके !
विधार्थी हसी का ठाहका लगाते हुए कहते है की मास्टरजी हम सब ने पुरे तरह से पढ़ाई की है! हमे नकल की आवश्यकता नही है !
वे विद्यार्थी का आत्मविश्वास आसमान पर रहता है क्योंकि उन्हें अपनी तयारी बहुत ही अच्छे तरीके से की थी !
उन्हे पेपर में सिर्फ दो सवाल पूछे जाते है ,
- आपका नाम
- गाड़ी का कलर
- कोनसा टायर पंचर हुआ था
✓फ्रंट लेफ्ट ✓ फ्रंट राइट
✓ बैक लेफ्ट ✓ बैक राइट
वे स्टूडेंट्स के पैरो तले जमीन खिसक जाती है! उन्हे अपने झूठ का पछतावा होता है !
निष्कर्ष :
प्रेरक प्रसंग विद्यार्थियों के लिए कहानी से सिख मिलती है की आज व्यक्ति हमेशा संकट से बचने के लिए झूठ का सहारा लेता है और वह निर्णय गलत साबित होता है !
आज इंसान को अगर झूठ के मायाजाल से निकलना है तो उसे हर छोटी छोटी परिस्थिति में सही निर्णय लेना होगा !
अगर गलत निर्णय लिया तो झूठ का सहारा लेना पड़ेगा फलस्वरूप: वह मुसीबतो के जंजाल में फस जाता है!
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